कोरबा

शिवालय हेतु भूमि पूजन जवाली के बड़े तालाब में, आस्था और विश्वास में सराबोर ग्रामीण……..

कोरबा से अशोक दीवान की खास रिर्पोट

चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व के आगमन पर्व हिंदू धर्म की संस्कृति परंपरा को जीवंत बनाए रखने के बहुप्रतीक्षित सोच को ग्राम जवाली के बड़े तालाब में शिवालय के निर्माण हेतु बुद्धि के धार्मिक कार्यों में रुचि रखने वाले लोगों के द्वारा भूमि पूजन का कार्य किया गया जिसमें उपस्थित प्रमुख सदस्यों में
पंच-लखन सिंह ददूलू ठाकुर,
महाराज लकेश्वर प्रसाद दुबे,
लालाराम कुंभकार,अंतराम चौहान, मुखवाह श्रीवास,प्रेमसाय जनार्दन, मुनव्वर खान, रामलाल चौहान, ठाकुर लाल
और वीरेंद्र नाम देव
आदि रहे जिनके सहयोग से इस धार्मिक कार्य को शीघ्रता से श्रावण मास के पूर्व पूरा करने हेतु आगामी योजना तैयार की गई। वर्तमान में ग्राम जवाली के सार्वजनिक मंदिरों में ऊपर पारा के तालाब में शिव जी का मंदिर खोलारनाला मुरई कछार में भोले बाबा का मंदिर,कन्हैया कूड़ा के ऊपर धूल डस्ट से प्रभावित मार्ग में हनुमान जी का मंदिर,दरहा रास्ता में सबसे पुराना वीर बजरंगबली जी का मंदिर,ग्राम के नदिया पार में छेदराम बईगा का के द्वारा माता की कुटिया में बुढ़ी माई का मंदिर-काली माई मंदिर, गिरधारी लाल साहू द्वारा माता कुदरगढ़हिन दाई का मंदिर, प्रजापति क्लॉथ स्टोर के पास वीर बजरंगबली जी का छोटा सा मंदिर,भोग सिंह कंवर एवं नरेश कुमार पटेल के घर में छोटा शिवालय मंदिर, गुरु घासीदास बाबा जी के परम भक्त द्वारा निर्मित जोड़ा जैत खाम बाबा मोहल्ला का जैतखाम कन्हैया लाल कुर्रे का जैतखाम,
अन्य धर्म को मानने वाले द्वारा इंद्रा नगर में बिलीवर चर्च क्रिश्चियनओ की पूजा पाठ केंद्र एवं परिवर्तित ईसाइयों के लिए कलीसिया करने का स्थान किसी विश्वासी के घर में किया जाता है एवं मुस्लिम समुदाय हेतु गांव के मध्य में मस्जिद है जो ग्राम की विविधता में एकता भाव को प्रकट करते हैं।

Show More
Back to top button
error: Content is protected !!