जिला संपादक-तनीश गुप्ता
खंडवा ।। प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी सैकड़ो वर्ष प्राचीन सराफ़ा स्थित पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर के शिखरो पर दीपावली के दूसरे दिन केसरिया ध्वज फहराया गया, मंदिरों के शिखर पर ध्वज फहराने का महत्व कई कारणों से धार्मिक कर्म से जुड़ा है महत्व ध्वज को देवता के प्रतीक के रूप यह दर्शाता है कि मंदिर देवता का निवास स्थान है और उनका आशीर्वाद वहां विद्यमान है। ध्वज को शक्ति और सौंदर्य का प्रतीक भी माना जाता है, यह मंदिर की शक्ति और प्रभाव को दर्शाता है, मंदिरों पर ध्वज फहराने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है यह एक धर्म से जुड़ी सांस्कृतिक प्रथा है जो मंदिरों की सुंदरता और भव्यता को बढ़ाती है समाज के सुनील जैन, प्रेमांशु जैन ने बताया कि श्री पार्श्वनाथ पोरवाड़ दिगंबर जैन मंदिर सराफा खंडवा में शनिवार 2 नवंबर को नवीन ध्वजारोहण करने का कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसमें श्री 1008 चिंतामणि पार्श्वनाथ भगवान के शिखर जी पर नवीन ध्वजारोहण करने का सौभाग्य श्रीमान नितिन कुमार कमलचंद जैन (अत्तर) परिवार
को प्राप्त हुआ। वही श्री पार्श्वनाथ मंदिर के प्रथम तल पर विराजित श्री आदिनाथ भगवानजी के शिखर पर नवीन ध्वजारोहण का सोभाग्य श्रीमान दीपांशु जैन ,प्रियांशु जैन, वैभव जैन ( इमली वाले) परिवार को प्राप्त हुआ। समाज के सुनील जैन एवं प्रेमांशु चौधरी ने बताया कि समाजजनों और ट्रस्टीगण की उपस्थिति में पिछले कई वर्षों से भगवान पार्श्वनाथ की सेवा एवं मंदिर के सभी धार्मिक कार्यक्रमों में कार्यरत पंडित निखिलेश जैन का सम्मान नवीन वस्त्र भेंट कर किया गया। मंदिर जी के प्रमुख सेवादार मनोज मालाकार, मंदिर जी के रक्षक सतीश चौकडे एवं धर्मशाला के सहयोगी सेवादार रामकृष्ण बरोलें,दगड़ू मालाकार,सचिन मालाकार का सम्मान नवीन वस्त्र भेंट कर किया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष वीरेंद्र भट्टयांण, उपाध्यक्ष नरेंद्र कुमार जैन, कोषाध्यक्ष संतोष जैन, सचिव रंजन जैनी, मंदिर व्यवस्थापक मिलन जैन,ट्रस्टी कांतिलाल जैन, पंकज जैन,अजय जैन सहित वरिष्ठ समाजजनों,महिलाओं की उपस्थिति में ध्वजारोहण कार्यक्रम संपन्न हुआ, मंगल ध्वज परिवर्तित करने की सभी मांगलिक क्रियाएं विधिवत पूजन – मत्रों के साथ पंडित निखलेश जैन (महल) द्वारा सानंद संपन्न कराई गई।ध्वजारोहण करने वाले परिवारों को पुरानी ध्वजा ससम्मान प्रदान की गई।