सीकर. विश्व पशु जन्य रोग दिवस पर शनिवार को डॉ. दीपक अग्रवाल संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग सीकर की अध्यक्षता में कार्यालय संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग सीकर में जूनोटिक डिजीज के विषय में कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें फील्ड वेटरिनेरियन, पशुपालक एवं इंटर्न पशु चिकित्सक सम्मिलित हुए। डॉ. दीपक अग्रवाल ने बताया कि पशु चिकित्सक जूनोटिक डिजीज के प्रसार को रोकने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर सामाजिक दायित्वों का भली प्रकार निर्वहन कर सकते हैं ।
डॉ. अंजन बल उपनिदेशक बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय ने एंटी रेबीज टीकाकरण के महत्व एवं विभिन्न जूनोटिक बीमारियों के प्रसार के बारे में बताया। डॉ. वीरेंद्र शर्मा प्रभारी जिला रोग निदान प्रयोगशाला ने ब्रूसेलोसिस, स्क्रब टायफस, रेबीज, ट्यूबरकुलोसिस आदि जूनोटिक बीमारियों के लक्षण बचाव एवं प्रसार के बारे में विस्तार से बताया एवं इनसे बचने के लिए क्या-क्या सावधानियां रखी जानी चाहिए इस पर प्रकाश डाला। डॉ. अरविंद जोशी एवं डॉ. मुकेश कुमावत ने बताया कि बीमार पशुओं की देखरेख एवं उपचार करते समय किस प्रकार की सावधानियां रखी जानी चाहिए जिससे जूनोटिक डिजीज का प्रसार कम से कम हो। अरावली वेटरनरी कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने इस अवसर पर विभाग की ओर से आयोजित प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में भी हिस्सा लियाl कार्यक्रम का संचालन सुरेंद्र सिंह शेखावत ने किया l