सीवान:समाहरणालय के एनआईसी में शुक्रवार को विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य सचिव बिहार ने भू-अर्जन कार्य की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान सीवान जिले से गुजरने वाली रामजानकी पथ परियोजना सीवान-मशरख खण्ड एवं गुठनी सीवान खण्ड में मुआवजा भुगतान की अपेक्षित प्रगति लाने का निर्देश दिया।साथ ही रामजानकी पथ परियोजना सीवान मशरख खण्ड में सड़क निर्माण कार्य में प्रगति लाने के लिए आवश्यक निदेश दिया। गौर करने वाली बात है कि इस पथ को बनने से सीवान, छपरा, गोपालगंज सहित अन्य जिले के लोगों को बड़ी सहूलियत होगी। जिसको लेकर केंद्र व बिहार सरकार जल्द से जल्द कार्य पूरा हो। इसके लिए काफी गम्भीर है। लगातार इस पथ के निर्माण की स्थिति का निरीक्षण और तेजी लाने के लिए विभागीय स्तर पर समीक्षा की जा रही है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जिला से जिला पदाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता एवं भू-अर्जन पदाधिकारी जुड़े रहे ।
पहले चरण में 50 किमी सड़क का निर्माण
राम-जानकी मार्ग उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल को जोड़ने वाली सड़क है. हालांकि, इसके पहले चरण के लिए सीवान से मशरख तक कुल 50 किमी लंबाई में फोरलेन सड़क बनाने के लिए एनएचएआइ ने पहले ही निर्माण एजेंसी के चयन के लिए टेंडर जारी कर दिया था.
राम-जानकी मार्ग के पहले चरण में कुल चार बाइपास का निर्माण होगा. इसमें करीब 4.63 किमी लंबाई में सीवान बाइपास, करीब 7.38 किमी लंबाई में तनरवा बाइपास, करीब 14.66 किमी लंबाई में बसंतपुर बाइपास और करीब 2.29 किमी लंबाई में मशरख बाइपास शामिल हैं. इसके अलावा एक बड़ा पुल, 14 छोटे पुल, 15 अंडरपास, एक आरओबी और दो ग्रेड सेपरेटर का भी निर्माण होगा
बिहार में 200 किमी लंबाई में बनेगी राम-जानकी मार्ग
राम-जानकी मार्ग की कुल लंबाई करीब 240 किमी है. इसमें बिहार से गुजरने वाले राम-जानकी मार्ग की लंबाई करीब 200 किमी होगी. वहीं ,करीब 40 किमी लंबाई की सड़क उत्तर प्रदेश के मेहरौना घाट से सीवान तक बनेगी. इस सड़क को पहले केवल दो लेन बनाया जाना था, लेकिन बाद में बिहार सरकार के प्रयासों से इसे फोरलेन में बनाने की मंजूरी केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने दी. बिहार में इस सड़क के पहले चरण में सीवान से मशरख तक करीब 50 किमी लंबाई में सड़क बनेगी. वहीं, दूसरे चरण में मशरख से चकिया तक करीब 48 किमी, तीसरे चरण में चकिया से भिट्ठामोड़ तक करीब 103 किमी लंबाई में फोरलेन सड़क बनेगी.
यह होगा फायदा
राम-जानकी मार्ग का निर्माण फोरलेन में हो जाने से श्रद्धालुओं को भगवान राम की जन्म स्थली अयोध्या से सीता माता की जन्म स्थली तक जाने के लिए एक अलग मार्ग उपलब्ध हो जायेगा. इसके साथ ही आम नागरिकों को भी आवागमन में सहूलियत होगी.