श्री गंगानगर के ग्राम पंचायत पक्की के ग्राम विकास अधिकारी का कारनामा। खुद को निर्दोष साबित करने के लिए खेला दांव। ई मित्र पर लगाए गए आरोप जबकि खुद की संलिप्त थी,इस मामले में।गुरप्रीत एक ई मित्र संचालक है उसको id password देना 1969 की धारा 7 का दोषी खुद है विकास अधिकारी।विकास अधिकारी द्वारा किसी भी कंप्यूटर या ई मित्र को अपना पंजीकरण अकाउंट देना धारा 7 का दोषी है ।निदेशाले द्वारा 2017 में 30 मई को सभी विकास अधिकारी को पाबंद किया गया था।फिर भी ये कार्य करना अपने कर्तव्य का निर्वाह नहीं करना सिद्ध होता है।या फिर कोई मोटी कमाई का मामला सामने आता है।हमारे रिपोर्टर के मुताबिक और मिले साबित के आधार पर इस मामले मेविकास अधिकारी खुद संलिप्त था। वन्दे भारत लाइव टीवी न्यूज श्री गंगानगर की रिपोर्ट के मुताबिक इस खेल में गुरप्रीत विशाल के साथ साथ विकास अधिकारी प्रेदीप शर्मा के अलावा कई अधिवक्ता है जो की अपना कोर्ट का वकालतनामा के बिना ही विवाह पंजीकरण करवा रहें थे।इस मामले में गुरप्रीत और विशाल द्वारा पंजीकरण करना काम था। ओ टी पी लेना किसी और व्यक्ति है और उसका संपर्क विकास अधिकारी के साथ है।विकास अधिकारी को रिश्वत के पैसे का लेन देन की हिस्ट्री हमारे पास उपलब्ध है। अब देखने योग बात ये है की पुलिस दौरा जांच कैसे की जाती है।और मामले में आगे क्या मोड़ आता हैं हम बताए गए की दोषी लोन और किस तरह खेला जाता था ये खेल जुड़े रहे हमारे। साथ वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज के साथ में डिस्ट्रिक्ट हेड गुरबचन सिंह श्री गंगानगर
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