
कुरुक्षेत्र, शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहीदी दिवस की पूर्व संध्या पर सर्व समाज कल्याण सेवा समिति द्वारा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के नॉन टीचिंग कल्ब में रक्तदान शिविर लगाया गया। शिविर में 46 युवाओं ने रक्तदान कर शहीदों को नमन किया गया। शिविर का शुभारंभ मुख्यातिथि कुंटिया प्रधान रजवंत कौर, विशिष्ट अतिथि माया चेरिटेबल की अध्यक्षा सीमा सिंह, भारत भूूषण, सुभाष जांगड़ा, फकीर चंद रंगा ने शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित किया। अतिथियों का शिविर में पधारने पर समिति के प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर सैनी, संरक्षक नरेश सैनी, प्रदेश उप प्रधान कर्मवीर सैनी, मीडिया प्रभारी तरुण वधवा, जिला अध्यक्ष पुनीत सेतिया ने स्वागत किया।
मुख्य अतिथि कुंटिया प्रधान रजवंत कौर ने कहा कि आजादी के दीवानों के इस बलिदान को हम कभी भूल नहीं सकते। स्वतंत्रता के नायकों ने अपने प्राणों को न्यौछावर कर देशवासियों में वैचारिक क्रांतिकारी शंखनाद किया ताकि देश आजाद हो सके और भारतवासी एक स्वतंत्र और सम्मानजनक जीवन जी सकें। विशिष्ट अतिथि सीमा सिंह ने कहा कि रक्त की आवश्यकता सभी को होती है। दानदाताओं द्वारा दिया जाने वाला रक्त किसी की जिंदगी बचा सकता है। प्रत्येक व्यक्ति को इस सोच के साथ आवश्यकता पड़ने पर रक्तदान करना चाहिए। शिविर में रामेश्वर सैनी ने 46वीं बार, नरेश ढीगड़ा ने 49वीं बार और जयकिशन व उनके पुत्र लविश ने भी रक्तदान किया। समिति के संरक्षक नरेश सैनी ने कहा कि महान अमर सपूत एंव बलिदानी भगत सिंह के नाम के स्मरण मात्र से ही प्रत्येक भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा हो जाता है तथा उनके प्रति श्रद्धा व आदर भाव से मन नतमस्तक हो जाता है। उन्होंने कहा कि भगत सिंह ने शक्ति का अर्थ कभी हिंसा नहीं माना। सर्व समाज कल्याण सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर सैनी ने कहा कि 18 साल से ज्यादा की उम्र का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जिनका वजन 50 किलो से ज्यादा हो, रक्तदान करते हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति साल में चार बार रक्तदान कर सकता हैं।