
अविश्वास प्रस्ताव पर दुबारा मतदान कराकर जीते हुए सरपंच को पदच्युत करने का लगा आरोप
ग्राम पंचायत दर्राभाठा में सरपंच के विरुद्ध लाए गया अविश्वास प्रस्ताव के मतदान पर सवाल
महासमुन्द – लोकतंत्र में मतदान अहम् हिस्सा है लेकिन उसपर सवाल उठने लगे तो बात काफी गंभीर हो जाती है, दर असल महासमुंद जिले के सरायपाली जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत दर्राभाठा में पदस्थ सरपंच के विरुद्ध लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर हुए मतदान को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं, अविश्वास प्रस्ताव से हटाए गए सरपंच और कुछ पंचों का आरोप है कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए पंहुचे मतदान अधिकारी ने पहले मतदान कराकर सरपंच को विजयी घोषित कर दिया लेकिन कुछ पंचों के दबाव डालने से दुबारा मतदान कराकर सरपंच को पदच्युत कर दिया,।
आरोप है कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए दुबारा मतदान कराकर तहसीलदार ने नियमविरुद्ध सरपंच को पराजित घोषित कर दिया। मामले को लेकर जब ग्राम पंचायत दर्राभाठा के निवृत्तमान सरपंच और पंचो से उनका पक्ष लिया गया तब उन्होंने खुलकर गलत तरीके से मतदान कराकर सरपंच को पद से हटाने की बात कही। वही इस पूरे मामले में यह सवाल भी सामने आ गया है कि आखिर अविश्वास प्रस्ताव ख़ारिज होने के बाद दुबारा मतदान क्यों कराया गया, बहरहाल इस पूरे मामले की जांच किए जाने पर अविश्वास प्रस्ताव को लेकर हुए मतदान में और भी कई चौकाने वाले तथ्य सामने आने की बात कही जा रही है। मामले में तहसीलदार का पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हो पाया।