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कलेक्टर द्वारा शीत ऋतु को दृष्टिगत रखते हुए आश्रय स्थल(रेन बसेरा) झाबुआ का निरीक्षण किया गया।

जिले के अन्य नगरीय निकायों में भी आश्रय स्थल स्थापित कर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएं - कलेक्टर

 

 

झाबुआ कलेक्टर नेहा मीना द्वारा नगर पालिका झाबुआ स्थित दीनदयाल अन्त्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजना अंतर्गत मध्यप्रदेश शासन अंतर्गत संचालित आश्रय स्थल (रैन बसेरा) का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। नगरीय निकाय झाबुआ में नगर पालिका झाबुआ परिसर में संचालित आश्रय स्थल में संपर्क केंद्र स्थापित किया गया है। जिसमें शिफ्टवार ड्यूटी लगाई गई है। दिन की शिफ्ट में राहुल राणा मो. नं. 9340020842 तथा रात की शिफ्ट में कमल बामनिया मो. नं. 9294880276 है।

 इस दौरान जिला शहरी विकास प्राधिकरण अधिकारी श्रीमती रीतिका पाटीदार, मुख्य नगर पालिका अधिकारी झाबुआ श्री संजय पाटीदार एवं संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

प्रदेश में शीत ऋतु का आगमन हो चुका है। शीत लहर के प्रकोप को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर नेहा मीना द्वारा नगरीय निकाय क्षेत्र में विशेषकर खुले आसमान के नीचे सोने वाले बेघर  व्यक्तियों को राहत प्रदान करने हेतु निम्न व्यवस्था कराना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। निकाय अंतर्गत समस्त आश्रय स्थलों के संबंध में प्रचार-प्रचार करें, शहर के चिन्हित स्थानों पर जानकारी प्रदर्शित (होर्डिंग्स) की जाए, जिससे शहर में बेघरों को आश्रय स्थल की जानकारी प्राप्त हो सके। सर्दी के मौसम में एक मोबाईल  वैन के माध्यम से रात्रि के समय फेरे लगा कर बेघरों को आश्रम स्थल तक सुविधाजनक तरीके से पहुंचाना सुनिश्चित करें। आश्रय स्थलों व सार्वजनिक स्थलों पर ठंड से बचाव के लिए अलाव की विशेष  व्यवस्था की  जाए। आश्रय स्थलों में नहाने हेतु गर्म पानी, ओढ़ने हेतु रजाई एवं कंबल उपलब्ध कराया जाए। आश्रय स्थलों में सैनिटाईजर, हैंड वॉश, पीने के पानी, शौचालय जैसी उचित सुविधाएं हो।

ऐसे नगरीय निकाय जहां स्थाई आश्रय स्थल नहीं है अथवा शहरी बेघरों के सर्वेक्षण में निराश्रित लोग पाए गए है, वहां अस्थाई तौर पर किराए के भवन में व खाली पड़ी नगर पालिका/नगर परिषद अधिकृत किसी भवन में आश्रय स्थल प्रारंभ कर समस्त शहरी बेघरों को आश्रय एंव अन्य राहत प्रदान किया जाना सुनिश्चित करें। आश्रय स्थलों को समय-समय पर कीटाणु रहित किया जाना चाहिए और महामारी के प्रभावों से निपटने के लिए सुरक्षा के उपायों के संबंध में हितग्राहियों को जागरूक किया जाना चाहिए। एक हेल्पलाईन नम्बर व आश्रय स्थल में पदस्थ मैनेजर व केयर टेकर वो नम्बर सार्वजनिक स्थल पर प्रदर्शित किये  जाए, जिससे शहरी बेघरों को आश्रय स्थल तक पहुंचाने के लिए जनसाधारण की सहभागिता भी हो सके। आश्रय स्थलों में ठहरने वाले हितग्राहियों के लिए स्वस्थ्य परिक्षण हेतु स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करे।

समस्त आश्रय स्थलों पर आकस्मिक एवं आपातकालीन समय में संपर्क करने हेतु मैड संजीवनी क्लीनिक/शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र/सिविल डिस्पेंसरि / शासकीय चिकित्सालय यो अधिकारी/कर्मचारी का नाम व मोबाईल नम्बर प्रदर्शित किया जाए।

समस्त नगरीय निकाय पुलिस विभाग के साथ समन्वय करें, जिससे पुलिस के गश्ती वाहन के द्वारा रात्रि में फुटपाथ पर सोने वाले लोगों की सूचना आश्रय स्थल को प्रदान की जा सके। समस्त आश्रय स्थलों में नजदीकी पुलिस स्टेशन के संबंधित अधिकारी का नाम व संपर्क सूत्र सूचना पटल पर प्रदर्शित किया जाये एवं आश्रय स्थल के संबंधित अधिकारी का नाम व संपर्क सूत्र की जानकारी नजदीकी पुलिस स्टेशन को प्रदान की जाए। समस्त नगरीय निकाय इस ओर विशेष ध्यान दें कि कोई भी व्यक्ति ठंड के मौसम में खुले आसमान के नीचे न सोए।

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