एडिटर/संपादक तनीश गुप्ता✍️
खंडवा। देवउठनी ग्यारस, ग्यारस खोपड़ी के पावन अवसर पर शहर के कई मंदिरों में ग्यारस का यह पर्व उत्साह के साथ मनाया जाएगा,समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि सनातन धर्म में देवउठनी एकादशी से ही मांगलिक कार्यों, शादी ब्याह की शुरुआत होती है। इस दिन तुलसी और शालिग्राम जी के विवाह का आयोजन भी आयोजित होता है। मान्यता है कि ऐसा करने से जातक को कन्यादान के समान पुण्य की प्राप्ति होती है। एकादशी के दिन भगवान विष्णु अपनी 4 महीने की निद्रा से जाग जाते हैं, कहा जाता है कि भगवान विष्णु इस दिन सृष्टि का कार्यभार संभालते हैं। ग्यारस के दिन भगवान विष्णु के अवतार भगवान श्री कृष्ण ने देवी वृंदा ,तुलसी के साथ विवाह किया था, शहर के मंदिरों के साथ रामगंज स्थित प्राचीन जूना राम मंदिर में भी विशेष रूप से तुलसी विवाह का विशेष आयोजन आयोजित होगा, समाजसेवी व मुनिबाबा मंदिर के ट्रस्टी सुनील जैन ने बताया कि बजरंग चौक पर स्थित मुनि बाबा मंदिर में मंगलवार को देवउठनी एकादशी के उपलक्ष में बजरंग चौक परिवार द्वारा शाम को मुनी बाबा मंदिर में खाटू श्याम जी का जन्मोत्सव, ज्योत प्रज्वलन, भजन संध्या के साथ भव्य आतिशबाजी एवं गरबा रास का कार्यक्रम आयोजित होगा, मंगलवार को ग्यारस के दिन मंदिर के पुजारी पंडित नवीन शर्मा द्वारा प्रातः 6:30 बजे भगवान लक्ष्मी नारायण जी का विशेष श्रंगार हुआ व महाआरती की गई बजरंग चौक भजन महिला मंडल द्वारा भजनों की प्रस्तुती दी गई, देवउठनी ग्यारस के पर्व को मनाने के लिए सोमवार को बाजार में गन्नों की दुकानों पर खरीददारी हेतु भीड़ उमड़ी। इस अवसर पर गन्नों की जमकर बिक्री हुई पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष गन्नों की कीमतों में भी बढ़ोतरी देखी गई।