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बेहद शातिर: बीमा एजेंट ने मृतकों को बनाया कमाई का जरिया, पुलिस ने शुरू की जांच

फिर फर्जी दस्तावेजों के जरिए क्लेम की राशि हड़प लेते हैं।

मेरठ में एक बड़े बीमा धोखाधड़ी रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, जिसने पूरे राज्य में एक सनसनी फैला दी है। कृष्णानगर निवासी दीपक ने एसएसपी के पास एक चौंकाने वाली शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने बीमा कंपनियों के एजेंटों और मैनेजरों पर एक बड़े फ्रॉड में शामिल होने का आरोप लगाया है।

शिकायत के मुताबिक, एजेंट मैनेजर प्रदीप कुमार 2017 से दीपक को बीमा एजेंट बनने के लिए बहला रहा था। अब पता चला है कि प्रदीप और उसके साथी एक अंतरराज्यीय आपराधिक गिरोह का हिस्सा हैं। इस गिरोह ने दीपक के नाम पर फर्जी हस्ताक्षर करके एक नकली एजेंट कोड और बीमा पॉलिसी बनाई।

मृत लोगों के नाम पर करोड़ों का फ्रॉड

इस गिरोह का सबसे खतरनाक तरीका यह है कि ये लोग मृत व्यक्तियों के नाम पर फर्जी बीमा पॉलिसी बनवाते हैं। फिर फर्जी कागजात तैयार करके बीमा क्लेम की राशि हड़प लेते हैं। यह गिरोह सिर्फ मेरठ तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका जाल गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर और अलीगढ़ तक फैला हुआ है।

दीपक का आरोप है कि यह गिरोह सिर्फ पैसों का लालची नहीं है, बल्कि इसके सदस्य हत्या जैसी जघन्य वारदातों में भी शामिल हो सकते हैं, ताकि वे मृत व्यक्ति के नाम पर आसानी से क्लेम पास करवा सकें।

एसएसपी ने दिए सख्त कार्रवाई के आदेश

एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा ने इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। उन्होंने तुरंत संबंधित थाने को जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। दीपक ने मांग की है कि इस बड़े रैकेट को पूरी तरह से ख़त्म किया जाए और इसके पीछे के सभी अपराधियों को जल्द से जल्द कानून के कटघरे में लाया जाए।

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