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*नगर निगम द्वारा वर्षा जल संचयन को लेकर जनजागरूकता हेतु सामूहिक बैठक आयोजित*

*आयुक्त श्रीमती प्रियंका राजावत व निगम अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ आयोजन*

एडिटर/संपादक:-तनीश गुप्ता,खण्डवा

 

*नगर निगम द्वारा वर्षा जल संचयन को लेकर जनजागरूकता हेतु सामूहिक बैठक आयोजित*

*आयुक्त श्रीमती प्रियंका राजावत व निगम अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ आयोजन*

खण्डवा//रविवार को नगर निगम द्वारा नवकार नगर स्थित आनंद वाटिका एवं दुबे कॉलोनी स्थित मनोकामनेश्वर मंदिर प्रांगण में वर्षा जल संचयन (Rain Water Harvesting) को लेकर दो महत्वपूर्ण सामूहिक बैठकों का आयोजन किया गया।इन बैठकों में आयुक्त श्रीमती प्रियंका राजावत, उपायुक्त श्री एस.आर. सिटोले, निगम परिषद की जलकार्य समिति के अध्यक्ष एवं MIC सदस्य श्री राजेश यादव सहित निगम के अधिकारी-कर्मचारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

*स्थानीय नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ हुई गहन चर्चा*

नवकार नगर की बैठक में लगभग 60 स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया। रिशि होरा (PowerPoint Electronics), डॉ. पंकज जैन, सोनल पटेल, भूपेंद्र सिंह चौहान, डॉ. वाघे (नाथ पैथोलॉजी), अखिलेश पटेल सहित कई जागरूक नागरिकों ने वर्षा जल संरक्षण पर अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।डॉ. वाघे ने सुझाव दिया कि नवकार नगर के समस्त जल को नालियों के माध्यम से एक बड़े स्टोरेज टैंक या तालाब में फिल्टर करके एकत्र किया जाए, जिससे उसका सामूहिक उपयोग संभव हो सके।एक अन्य निवासी ने कहा कि बोरिंगधारी घरों की सूची तैयार कराकर उनमें रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम शीघ्र स्थापित किया जाए।

*बच्चों की भागीदारी भी रही उत्साहजनक*, सूर्यांश नामक एक बालक ने वर्षा जल संचयन पर स्वयं का तैयार किया गया मॉडल प्रस्तुत किया, जिसे सभी ने खूब सराहा।

*राजेश यादव जी के प्रयासों से वार्ड में बनेंगे 100 वर्षा जल संचयन सिस्टम*

श्री राजेश यादव, जलकार्य समिति के अध्यक्ष एवं MIC सदस्य के अथक प्रयासों से वार्ड में 100 घरों में वर्षा जल संचयन सिस्टम स्थापित किए जाएंगे।उन्होंने नागरिकों को समझाते हुए कहा कि “वर्षा जल का संरक्षण केवल वर्तमान की ज़रूरत नहीं, बल्कि भावी पीढ़ियों की जिम्मेदारी भी है।” निगम की तकनीकी सहायता व योजनाओं का लाभ लेकर हर घर में यह व्यवस्था अनिवार्य रूप से होनी चाहिए।

स्थानीय रहवासियों ने श्री राजेश यादव जी के नेतृत्व, सतत प्रयासों और समर्पण की खुलकर सराहना की और उन्हें वार्ड के जल संरक्षण अभियान का प्रेरणास्रोत बताया।

*आयुक्त एवं कार्यपालन यंत्री का संदेश*

आयुक्त श्रीमती प्रियंका राजावत एवं कार्यपालन यंत्री श्रीमती वर्षा घिडोड़े ने बताया कि —
“जल एक नवीकरणीय संसाधन है, लेकिन यदि हम प्रयास नहीं करेंगे तो यह भी संकट में आ सकता है। निगम केवल माध्यम है, परंतु जब प्रकृति में जल नहीं रहेगा तो वितरण असंभव हो जाएगा।”

उन्होंने कहा कि “30 वर्ष पहले 150-200 फीट पर जल उपलब्ध था, लेकिन अब यह स्तर 400 फीट से भी नीचे जा चुका है। सामूहिक प्रयास और रेन वाटर हार्वेस्टिंग ही इसका स्थायी समाधान है।”

*वर्षा जल संचयन के दो सरल मॉडल*
1. *बोरिंग मॉडल*
• विवरण: छत से पानी पाइप के माध्यम से सीधे बोरिंग में जाए
• लागत: ₹4000 – ₹5000
2. *गड्ढा मॉडल (पिट सिस्टम)*
• विवरण: छत से बहता जल गड्ढे के माध्यम से भूमि में समाहित
• लागत: ₹6000 – ₹7000

नगर निगम तकनीकी सहायता व श्रमिक उपलब्ध कराएगा, परंतु मजदूरी का व्यय रहवासी को स्वयं वहन करना होगा।
साथ ही, भवन अनुज्ञा शुल्क में छूट अथवा रिफंड की सुविधा भी दी जाएगी यदि वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित की जाती है।

*दुबे कॉलोनी में भी जागरूकता संवाद*

श्री राजेश यादव, श्री सराफत जी एवं आयुक्त श्रीमती प्रियंका राजावत द्वारा डुबे कॉलोनी के नागरिकों से भी संवाद कर रेन वाटर हार्वेस्टिंग की महत्ता बताई गई और इसे अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।

*जल संरक्षण में जनभागीदारी प्रेरणादायक*

नवकार नगर एवं दुबे कॉलोनी के रहवासियों ने गंभीरता और सकारात्मकता से वर्षा जल संचयन की आवश्यकता को समझा और निगम के प्रयासों में सहभागी बने।

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