सोनभद्र

प्रधानाचार्य के मिली भगत बच्चो का पोषाहार बेचने का मामला आया प्रकाश मे

बृजेश कुमार रिपोर्टर सोनभद्र शिक्षा क्षेत्र कोन के दुरूह ग्राम करहिया के प्राथमिक विद्यालय एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधनाचार्य के मिली भगत बच्चों को मिड डे मिल के खाद्य समग्री बेचने मामला प्रकाश में आया है स्कूल के आस -पास के ग्रामीणों ने बताया की दिनांक 26-03-2025 को रात्री में लगभग 9 बजे रात को मिड डे मिल में प्राथमिक विद्यालय में करहिया में रसोइया में खाना बनाने वाले रामदेव यादव के घर से विन्ध्मगंज थाना के हरनाकक्षार के निवासी अनिल सेठ को पि-कप वाहन में चावल और गेहूं के मिलाकर 16 बोरी चावल लोड करके ले जाते हुए हुए हम सभी आस -पास ग्रामीणों ने हम लोगों को लगा की अपना अनाज बेच रहे है इसलिए हम लोगों ने उसका कोई विरोध या शाक्ष्य नहीं लिया लेकिन जब सुबह बच्चे लोग गए तो पता चला की प्राथमिक विद्यालय और पूर्व माध्यमिक विद्यालय की मिड डे मिल में खाना बनाने के राशन जो 17बोरा चावल और गेहूं था वहां सिर्फ एक बोरा राशन बच्चा है ग्रामीणों का मांग है बेशिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र को ध्यान आकृषित कराते हुए मांग हुए बोले की मिड डे मिल बच्चों की चावल और गेहूं को प्रधनाचार्य के मिली भगत से जो बेचा गया जांच कराते हुए प्रधनाचार्य पर उचित करवाई करते हुए बच्चों का राशन उपलब्ध कराये जिससे बच्चों को मिड डे मिल का भोजन मिल सके इस मामला बाबत में सेल फोन से बेसिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र से संपर्क किया गया तो उन्होंने ने बातया की मामला की गंभीरता से जांच की जाएगी और जांच में पाए गए लोगों पर उचित करवाई की जाएगी अब देखने वाली बात है की सरकार द्वारा लाभकारी योजनाओं को लाभ बच्चों तक मिलता है की इसी तरह लोग सरकार कुछ अध्यापक की वज़ह से बदनाम करते रहते ये बात भविष्य के गर्व में छुपा है क्षेत्र कोन के दुरूह ग्राम करहिया के प्राथमिक विद्यालय एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधनाचार्य के मिली भगत बच्चों को मिड डे मिल के खाद्य समग्री बेचने मामला प्रकाश में आया है स्कूल के आस -पास के ग्रामीणों ने बताया की दिनांक 26-03-2025 को रात्री में लगभग 9 बजे रात को मिड डे मिल में प्राथमिक विद्यालय में करहिया में रसोइया में खाना बनाने वाले रामदेव यादव के घर से विन्ध्मगंज थाना के हरनाकक्षार के निवासी अनिल सेठ को पि-कप वाहन में चावल और गेहूं के मिलाकर 16 बोरी चावल लोड करके ले जाते हुए हुए हम सभी आस -पास ग्रामीणों ने हम लोगों को लगा की अपना अनाज बेच रहे है इसलिए हम लोगों ने उसका कोई विरोध या शाक्ष्य नहीं लिया लेकिन जब सुबह बच्चे लोग गए तो पता चला की प्राथमिक विद्यालय और पूर्व माध्यमिक विद्यालय की मिड डे मिल में खाना बनाने के राशन जो 17बोरा चावल और गेहूं था वहां सिर्फ एक बोरा राशन बच्चा है ग्रामीणों का मांग है बेशिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र को ध्यान आकृषित कराते हुए मांग हुए बोले की मिड डे मिल बच्चों की चावल और गेहूं को प्रधनाचार्य के मिली भगत से जो बेचा गया जांच कराते हुए प्रधनाचार्य पर उचित करवाई करते हुए बच्चों का राशन उपलब्ध कराये जिससे बच्चों को मिड डे मिल का भोजन मिल सके इस मामला बाबत में सेल फोन से बेसिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र से संपर्क किया गया तो उन्होंने ने बातया की मामला की गंभीरता से जांच की जाएगी और जांच में पाए गए लोगों पर उचित करवाई की जाएगी अब देखने वाली बात है की सरकार द्वारा लाभकारी योजनाओं को लाभ बच्चों तक मिलता है की इसी तरह लोग सरकार कुछ अध्यापक की वज़ह से बदनाम करते रहते ये बात भविष्य के गर्व में छुपा है

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