मध्यप्रदेशशहडोल

इंजीनियर साहब मूल्यांकन करते हैं तो कार्यपालन यंत्री महोदय के पास मूल्यांकन का भुगतान करने के लिए राशि ही नहीं होती

मध्य प्रदेश शहडोल ये मूल्यांकन की जो प्रति है यह हमारे मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के लोक निर्माण विभाग की है

इंजीनियर साहब मूल्यांकन करते है,तो कार्यपालन यंत्री महोदय के पास मूल्यांकन का भुगतान करने के लिए राशि ही नहीं होती

मध्य प्रदेश शहडोल – ये मूल्यांकन की जो प्रति है यह हमारे मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के लोक निर्माण विभाग की है जहां कई ऐसे कई छोटे और बड़े संविदाकार है,जिनका पहले तो निर्धारित अवधि से कम से कम 6 महीने और सालों बाद इंजीनियर साहब द्वारा मूल्यांकन किया जाता है और अगर किसी प्रकार से इंजीनियर साहब मूल्यांकन करते है,तो कार्यपालन यंत्री महोदय के पास मूल्यांकन का भुगतान करने के लिए राशि ही नहीं होती जबकि उनसे जुड़े संविदाकार का समय से मूल्यांकन और बिना किसी राशि के आभाव के समय में मूल्यांकन और भुगतान दोनों ही हो जाते है,और जो संविदाकार राजनैतिक और पूजी से कमजोर है,उनका न तो समय में मूल्यांकन होता है और भुगतान के लिए सालों विभाग के चक्कर काटते रहते है,और विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एयर कंडीशनर दफ्तर में बैठकर कुछ न कुछ बोलकर सालों दफ्तर के चक्कर कटवाते रहते है।

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