
कुशीनगर जिले के हाटा तहसील में किसान फार्मर रजिस्ट्री कराने के लिए परेशान हैं। सहज जन सेवा केंद्र से लेकर तहसील के इंतखाब ऑफिस तक किसान कई चक्कर काट रहे हैं। लंबी कतारों के बाद भी सर्वर की समस्या के चलते उनका काम नहीं हो पा रहा।

तहसील का सहारा
लाइन में खड़े किसानों ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री के लिए खेत का इंतखाब जरूरी है। इसी को निकालने के लिए वे तहसील आ रहे हैं। लेकिन, सर्वर की समस्या और साइट न चलने के कारण उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ता है।सर्वर और ओटीपी बना मुख्य रोड़ा
सहज जन सेवा केंद्र पर फार्मर रजिस्ट्री के लिए सर्वर रात में चलने की बात कही जा रही है। कई किसानों ने शिकायत की है कि उनके मोबाइल पर ओटीपी नहीं पहुंच रहा, जिससे प्रक्रिया अधूरी रह जाती है।
फार्मर रजिस्ट्री क्यों है जरूरी
फार्मर रजिस्ट्री एक डिजिटल प्रणाली है, जिसके जरिए किसान अपनी भूमि, फसल और बैंक खाता जैसी जानकारियां सरकारी पोर्टल पर दर्ज कराते हैं। यह उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करता है।
रजिस्ट्री से होने वाले फायदे
• न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल की खरीद।
• फसल बीमा और आपदा राहत में सुगमता।
• सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे किसानों तक पहुंचना।
• कृषि उत्पादों के विपणन में मदद।
अधिकारियों ने दी जानकारी
कृषि अधिकारी प्रवीण ओझा ने बताया कि साइट मेंटेनेंस का काम चल रहा है, जिससे किसानों को थोड़ी परेशानी हो रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों को केवल अपनी जमीन की गाटा संख्या दर्ज करनी है, और इंतखाब की पूरी आवश्यकता नहीं है। सर्वर जल्द ही ठीक हो जाएगा और किसान बिना किसी बाधा के रजिस्ट्री करा सकेंगे।
किसानों मांग रहे समाधान
किसानों ने प्रशासन से सर्वर और ओटीपी की समस्या को जल्द ठीक करने की अपील की है, ताकि वे फार्मर रजिस्ट्री करवा सकें और सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें।