
छत्तीसगढ़/कोरबा/पोड़ी उपरोड़ा:_ कोरबा जिले में झोलाछाप डॉक्टर (डॉक्टर) खूब फल फूल रहे हैं। ग्रामीण एवं संस्थागत को ये अपनी दी दवा से ठीक करने का दावा कर मोटी रकम कमाते हैं। कई बार चक्कर में पड़कर की जान तक चली जाती है। लगातार शिकायत के बाद प्रशासन ने ऐसे ही कुछ झोलाछाप डॉक्टरों की क्लिनिक पर दुकान दी और वहां ताला लगवाया। इसके अलावा प्रशासन द्वारा भी कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
कोरबा (कोरबा) में इन दिनों सैकडो झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हैं, जो अवैध रूप से क्लिप से वीडियो क्लिप की जान से पोस्ट कर रहे हैं। ऐसे ही झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बी. और भोले भाले सिद्धांत को बहला फुसलाकर मनमर्जी तरीके से इलाज कर मोटी मोटी बोतल से ठीक किया जा रहा है। और आपके घर के अंदर पूरा क्लिनिक खुला रखा जा सकता है जैसे कि मेडिकल दस्तावेजों की लाइसेंस सासन द्वारा मिल गई हो इस तरह से किराने की दुकान में सामान बेचने वाले डॉक्टर से हर माह स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को उनका खर्चा पानी मिल रहा है। इस कारण से स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दीपक सिंह ने गर्ग से बातचीत करना और कॉल करना नहीं समझा, इससे साफ साफ झलक रहा है कि बी सिद्धांत पोड़ी उपरोड़ा को मोटी नियति रोक रही कमाई के लिए।
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सासन से मिली आदेश की प्रतिलिपि के बाद भी किसी भी प्रकार की कार्यवाह और सुनवाई सुनने को नहीं मिली है। साथ ही इन कानूनी कार्रवाई कर 7 दिन की अंदर जवाब तलब करने की आदेश कोरबा के डॉक्टर श्री अजित स्प्रिंग ने जिले के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए हैं दिया था.