
अंबेडकरनगर
लोकार्पण हुए नौ माह से अधिक का समय बीत गया, लेकिन जिला अस्पताल परिसर स्थित पांच बेड वाले ट्रॉमा विंग का संचालन अब तक नहीं शुरू हो सका। सवा करोड़ से अधिक लागत से बनकर तैयार ट्रॉमा विंग में स्टाफ की तैनाती न होने व जरूरी मशीनों के न उपलब्ध होने से संचालन नहीं शुरू हो सका है।
इससे गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए या तो राजकीय मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर या फिर लखनऊ ट्रॉमा सेंटर तक की दौड़ लगानी पड़ रही है।
लगभग एक वर्ष पहले जिला अस्पताल परिसर में एक करोड़ 19 लाख रुपये की लागत से ट्रॉमा विंग का निर्माण हुआ था। लगभग नौ माह पूर्व समारोहपूर्वक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकार्पण भी किया था। इसके बाद से उम्मीद बंधी थी कि शीघ्र ही ट्रॉमा विंग का संचालन शुरू हो जाएगा।
देखते-देखते नौ माह का समय बीत गया, लेकिन अब तक ट्रॉमा विंग का संचालन नहीं शुरू हो सका। कारण यह कि अब तक स्टाफ की तैनाती ही नहीं हो सकी है। इसके अलावा जरूरी उपकरण भी नहीं उपलब्ध हो सके हैं। इससे मरीजों के बेहतर इलाज की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है। मालूम हो कि वर्ष 2022 में पांच बेड वाले ट्रॉमा विंग के निर्माण को शासन ने स्वीकृति प्रदान की थी।
निर्माण की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था पैक्सफेड को दी गई। शुरुआती दौर से ही निर्माण में लापरवाही बरते जाने की शिकायतें सामने आने लगीं। हालांकि तमाम उतार चढ़ाव के बाद लगभग एक वर्ष पहले निर्माण पूरा हुआ लेकिन शुरुआत अब तक नहीं हो सका।
निदेशालय को भेजा गया पत्र
स्टाफ की तैनाती न होने से ट्रॉमा विंग का संचालन शुरू नहीं हो सका है। इसके लिए स्वास्थ्य निदेशालय को पत्र भेजा गया है। -डॉ. ओमप्रकाश, सीएमएस