सीवान: अगर आपका आयुष्मान कार्ड नहीं बना है,तो आपके लिए खुशखबरी है, क्योंकि अब नव विवाहिता और नवजात बच्चों का भी आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। इसको लेकर जिला प्रशासन ने खास तैयारी शुरू कर दिया है।मिली जानकारी के अनुसार आयुष्मान भारत के डीपीसी राज किशोर ने बताया कि योजना में परिवार का नाम तो शामिल है। लेकिन, वैसे परिवार जिसमें शादी के बाद नव विवाहिता आती है या कोई बच्चा जन्म लेता है, तो उसका नाम पारिवारिक सूची में शामिल नहीं रहता है। ऐसे में अगर सेहत संबंधित समस्या होती है, तो इन दोनों को फायदा से वंचित होना पड़ता है। इसलिए, सरकार ने नया गाइडलाइन जारी किया है।
परिवार का सदस्य बनते ही तुरंत मिलेगा लाभ
उन्होंने बताया कि जैसे ही कोई नव विवाहिता परिवार की सदस्य बनती है, तो पति के नाम पर उसे भी योजना से जोड़ा जाएगा। हालांकि, इसके लिए उन्हें मैरिज सर्टिफिकेट देना होगा। यही नहीं यदि बच्चा पैदा होता है, तो उसे भी माता-पिता के नाम से जोड़ा जाएगा। उसे भी कार्ड का फायदा दिया जाएगा।लेकिन, इसके लिए बच्चों के पेरेंट्स को जन्म प्रमाण पत्र देना होगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल यह सुविधा सिर्फ सरकारी अस्पतालों में ही शुरू होगी। सीएचसी को अभी तक इसकी अनुमति नहीं दी गई है। इसका फायदा लेने के लिए सरकारी अस्पतालों में संपर्क करना होगा। लेकिन, अभी पोर्टल बंद है। खुलने के बाद ही नए नियम के साथ लोगों का कार्ड बनना शुरू हो जाएगा और लोग इसका फायदा ले सकेंगे।
जिले में लक्ष्य से 52 फीसदी बन चुका है कार्ड
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस योजना का लाभ सबको मिले इसके लिए सरकार तरह-तरह के नियम निकाल रही हैं। वही, जिले में तकरीबन 25 लाख लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया था। इसमें अब-तक 52 फीसदी का कार्ड बन सका है। इस योजना का लाभ दिलाने के लिए पुनः शिविर लगाकर कार्ड बनाया जायेगा। इसके लिए जुलाई में शिविर लगेगा। यहां लोग आयुष्मान कार्ड बनवा कर उसका फायदा ले सकेंगे।आयुष्मान कार्ड डीपीसी राजकिशोर ने बताया कि नये नियम के अनुसार नव विवाहिता का कार्ड बनाने के लिए मैरिज सर्टिफिकेट और नवजात का कार्ड बनाने के लिए जन्म प्रमाण पत्र जमा करना होगा। इसके बाद इन लोगों का कार्ड बन जायेगा।