
43वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल सिद्धार्थनगर द्वारा सीमाचौकी की ओर से आयोजित की गई जानकारी में श्री उज्जल कैडेट्स, कमांडेंट, 43वीं वाहिनी ने बताया कि खेल हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हमें स्वस्थ बनाए रखने के साथ-साथ मानसिक, शारीरिक और सामाजिक विकास का भी माध्यम है। क्षति से हमारे शरीर की शक्ति प्रबल होती है और हम तंदुरुस्त रहते हैं। इसके साथ ही, खेल हमें निर्देश और महत्वपूर्ण शिक्षाएँ भी प्रदान करता है। खेल का महत्व केवल शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं है बल्कि यह हमारे मनोवैज्ञानिक विकास के लिए भी आवश्यक है। गेम चैलेंज से हमारा मन तरोताजा और एक्टिविस्ट से भरा रहता है। यह हमारे मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है और हमें खुश और स्वस्थ रखता है। खेल से संगठन और नेतृत्व के गुण विकसित हो रहे हैं। खेल में हमारे फिजियोलॉजी उपकरण और क्षमता को पुनर्प्राप्त किया जाता है। यह हमारे हृदय को मजबूत बनाता है, रक्त परिसंचरण को पुनः प्राप्त करता है और हमारा ऊर्जा स्तर बढ़ता है। इसी क्रम में 43वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, सिद्धार्थनगरचौकी सीमा बल, द्वारा सीमा चौकी बाजाहा में सीमा चौकी बाजा और खुनवा के बीच में एक रोमांचक खेल का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता के दौरान विजयी बाजी I में दर्शक अशोक कुमार मीना और अन्य सहयोगी उपस्थित रहे I