
अंबेडकर नगर में बेलगाम पुलिस अधिकारियों का इलाज क्या है
पीड़ित समर्थक को घसीट कर क्यों ले गई उत्तर प्रदेश पुलिस, आखिर क्या दिखाना चाहती हैं और क्यों रोका गया*
अंबेडकर नगर
बृहस्पतिवार को अकबरपुर सिविल लाइन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी का भव्य रैली का आयोजन किया गया था। आयोजन को सफल बनाने के लिए नेता से लेकर अधिकारी तक एड़ी से चोटी लगा रखे थे। ज्यादा से ज्यादा भीड़ दिखा दिया जाए इसके लिए तरह-तरह के उपाय अपनाए गए थे। लेकिन जिस तरह से दूर दराज से आए हुए समर्थकों पर व्यवस्था कर रहे अधिवक्ताओं पर महिलाओं पर अंबेडकर नगर की पुलिस जिस तरह से अपना कहर बरपाई वह बेहद ही निंदनीय था। आखिर यह सब करके अंबेडकर नगर के पुलिस क्या दिखाना चाहती है। यह लोकतंत्र है यहां पर सभी को अपने तरह से जीने का अधिकार है। प्रत्येक व्यक्ति को अपना पक्ष रखने का पूर्ण अधिकार होता है लेकिन जिस तरह से पुलिस का रवैया सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल वीडियो के माध्यम से जाहिर हुआ वह बहुत ही निंदनीय कार्य था।
*आखिर क्यों रोका गया पीड़ित समर्थक को और मीडिया कर्मियों से क्यों किया गया बदसलूकी*
अंबेडकर नगर जिले में पुलिस बेलगाम है। इसकी झलक रैली में पूरी तरह से देखने को मिला। अंबेडकर नगर जिले में लोकतंत्र का चौथा स्तंभ पत्रकार को भी नहीं बक्शा गया। एक पत्रकार ही होता है जो प्रत्येक अधिकारी के द्वारा किया गया अच्छा काम और गलत काम को निस्वार्थ भावना से उजागर करता है। पुलिस के द्वारा मीडिया कर्मियों से बदसलूकी का भी मामला प्रकाश में आया।