8 फरवरी को राहुल गांधी ने रायगढ़ में पीएम मोदी की जाति को लेकर बयान दिया था।
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ जयपुर की निचली अदालत में दायर परिवाद पर कोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगी। आज महानगर मजिस्ट्रेट क्रम-14 ने परिवादी के द्वारा शास्त्री नगर थाने में दिए गए परिवाद को लेकर रिपोर्ट मांगी हैं। थाने से रिपोर्ट आने के बाद इस मामलें में अग्रिम सुनवाई होगी।
एडवोकेट विजय कलंदर ने राहुल गांधी के खिलाफ कोर्ट में परिवाद पेश किया था। परिवाद में कहा गया है कि राहुल गांधी के पीएम मोदी की जाति के खिलाफ दिए बयान से विभिन्न वर्ग व समुदायों में अविश्वास का भाव पैदा हुआ हैं।
परिवाद में राहुल गांधी की न्याय यात्रा के दौरान छत्तीसगढ़ में दिए गए बयान का हवाला दिया गया हैं। इसमें कहा गया है कि राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में कहा था कि पीएम मोदी जन्मजात ओबीसी नहीं हैं। उनका जन्म ओबीसी वर्ग में नहीं हुआ था। उनके इस बयान को देश की शांति, सुरक्षा, एकता एवं अखंडता के खिलाफ बताया है।
राहुल गांधी ने खुद की जाति छिपाई
परिवाद में कहा गया है कि राहुल गांधी सार्वजनिक तौर पर खुद को कश्मीरी कौल पंडित बताते हैं, जबकि उनके दादाजी गैर हिन्दू परिवार के थे। अदालत पूर्व में कई फैसलों में कह चुकी है कि पिता की जाति ही बच्चों की जाति होगी। जाति जन्म से होती है और उसे बदला नहीं जा सकता। ऐसे में उन्होंने खुद की जाति छिपाकर बयान दिया है। जिससे परिवादी की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। इसलिए मामले में कानूनी कार्रवाई की जाए।
राहुल गांधी ने कहा था, नरेंद्र मोदी ओबीसी नहीं पैदा हुए
राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा 8 फरवरी को ओडिशा से छत्तीसगढ़ के रायगढ़ पहुंची थी। यहां राहुल ने कहा था- “मोदी जी पार्लियामेंट में कहते हैं OBC वर्ग को भागीदारी की क्या जरूरत, मैं OBC हूं। सबसे पहले मैं आपको बताना चाहता हूं कि आप लोगों को भयंकर बेवकूफ बनाया जा रहा है। नरेंद्र मोदी जी OBC नहीं पैदा हुए थे।”
राहुल बोले- “नरेंद्र मोदी जी तेली कास्ट में गुजरात में पैदा हुए थे। उनकी कम्युनिटी को बीजेपी ने साल 2000 में OBC बनाया। आपके प्रधानमंत्री OBC नहीं पैदा हुए, प्रधानमंत्री जनरल कास्ट में पैदा हुए। वे पूरी दुनिया में झूठ बोल रहे हैं कि वे OBC पैदा हुए। ये पूरी जिंदगी में जाति जनगणना नहीं करेंगे। जाति जनगणना कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी करेगा।