भारत के उत्तराखड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने विधासभा में UCC (Uniform Civil Code )बिल पर चर्चा करवा कर भारत के अन्य राज्यों के सामने एक मिसाल पेश किया हैं । UCC उस सँविधान का मुख्य हिस्सा हैं जिसके अध्यक्ष बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर थे । उनके देख रेख में ही संविधान की सभी मुख्य नियमों को संविधान का हिस्सा बनाया गया । संविधान और बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जी का भारत के समस्त राजनीतिक दल और उनके सदस्य उस संविधान का सम्मान करने की बात करते हैं । पर वही लोग Uniform Civil Code बिल का विरोध कर रहें हैं ।केवल मुसलमानों की वोट बैंक की लालच में । विशेषज्ञ के अनुसार UCC लागू होने से किसी भी पन्थ के उपासना पद्धति और जीवन शैली पर कोई प्रभाव नही पड़ेगा । UCC के माध्यम से भारतीय नारियों को बहुत ज्यादा फायदा होगा । वे चाहें किसी भी पन्थ समुदाय की हो । भारत मे कुछ ऐसे मानवीय समाज हैं । जो अपने समाज की नारियों को खुली आजादी नही देना चाहते हैं ।उन्हें अपनी गुलाम बनाये रखना चाहते । उन्ही विशेष समाज की वोट के लिए कुछ राजनीतिक दल उनके साथ खड़ा होकर UCC का विरोध यानी बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर जी और निगरानी में तैयार संविधान का विरोध कर रहें । उनके समर्थकों को यह संविधान का विरोध नही लगता बल्कि संविधान का सम्मान लगता । डॉ भीमराव अंबेडकर जी आत्मा भी यह देखकर बहुत पछता रही होगी ।कि हमने किनके लिए जीवन भर लड़ा ।वही हमारी और हमारे निगरानी में बने संविधान को अपने अपने निजी लाभ के लिए अपमान कर रहें ।
दिनेश कुमार सिंह
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कैमूर भभुआ