गुरसरांय (झांसी)। ऊंची पगार लेने के बाद भी सरकार के सख्त निर्देशों का गुरसरांय विकासखण्ड क्षेत्र में तैनात खण्ड शिक्षा अधिकारी अपने तैनाती स्थल पर न रहकर जिला मुख्यालय स्थायी तौर से निवास बनाए हुए हैं जिसके चलते प्रदेश व केन्द्र सरकार के लाख प्रयासों के बाद भी कृष्ण और सुदामा जैसी समान शिक्षा सभी को मिल सके वह पूरी तरह से गुरसरांय खण्ड शिक्षा क्षेत्र के गुरसरांय टाउन क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पूरी तरह हवा हवाई साबित हो रही है और गरीब बच्चों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है बताते चलें प्राइमरी विद्यालयों में कायाकल्प और मरम्मत के नाम पर जहां खेल हो रहा है वहीं छात्र छात्राओं की पढ़ाई के लिए शिक्षक लोग समय से विद्यालय नहीं आते हैं कई शिक्षक तो हफ्तों हफ्तों गायब रहते हैं और खण्ड शिक्षा अधिकारी को सुविधा शुल्क देकर अपनी मनमाफिक तरीके से ड्यूटी करने की चर्चा आ रही है और यह सब खण्ड शिक्षा अधिकारी की लापरवाही से लेकर अवैध वसूली कि ओर स्पष्ट इशारा करने का जिंदा प्रमाण दिख रहा है। इसी प्रकार मिड डे मील से लेकर स्वास्थ्य सम्बन्धी जो योजना सरकार चला रही है उसमें भी बड़ा खेल हो रहा है खंड शिक्षा अधिकारी गुरसरांय के कार्यकाल के दौरान चंद शिक्षा माफिया प्राइवेट स्कूल संचालकों से भारी सुविधा शुल्क लेकर शासन द्वारा निर्धारित माप दंडों से लेकर बच्चों से फीस के नाम पर ब्लैकमेलिंग कर रहे हैं वहीं समय समय पर होने वाले शिक्षकों के प्रशिक्षण आदि कार्यक्रमों का कागजी कोरम पूरा कर सरकारी धन का गलत उपयोग किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्र में तैनात शिक्षकों को भी तरह तरह से परेशान किया जा रहा है। जिससे लग रहा है खण्ड शिक्षा अधिकारी गुरसरांय अपनी ऊपरी कमाई और अपनी ऊंची पकड़ के बल पर प्रदेश सरकार से ऊंची पगार और सभी सुविधाएं लेने के बाद भी अपनी ड्यूटी में पूरी तरह लापरवाही तथा तानाशाह पूर्ण रवैया अपनाने के चलते प्रदेश सरकार की बेसिक शिक्षा विभाग के नियमों की पूरी तरह धज्जियां उड़ा रहे हैं। क्षेत्र के लोगों ने जिला प्रशासन से लेकर शासन से इस सम्बन्ध मेंशीघ्र कार्यवाही की मांग की है।
संवाददाता मुकेश कुशवाहा की रिपोर्ट से