
पीलीभीत टाइगर रिजर्व की माला रेंज के पास स्थित ग्राम मेवातपुर में 9 जून को एक बाघ ने गन्ने के खेत में सिंचाई कर रहे एक किसान पर हमला कर उसकी जान ले ली।घटना के बाद वन विभाग ने तत्काल कार्रवाई की। प्रभागीय वनाधिकारी और प्रभागीय निदेशक के निर्देश पर बाघ की निगरानी के लिए 5 टीमों का गठन किया गया। सामाजिक वानिकी प्रभाग से 3 और माला रेंज से 2 टीमें बनाई गईं। इन टीमों का नेतृत्व क्षेत्रीय वनाधिकारी कर रहे हैं।वन विभाग की टीमें लगातार बाघ की मॉनिटरिंग कर रही हैं। साथ ही आसपास के गांवों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। 11 जून को ग्राम मैथी सैदुल्लागंज में नुक्कड़ नाटक के जरिए लोगों को जागरूक किया गया। मेवातपुर, वनकटी और सैजना/सैजनी के ग्रामीणों को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई।वन विभाग ने ग्रामीणों को सलाह दी है कि रात में वन क्षेत्र से सटे खेतों की तरफ अकेले न जाएं। अगर जरूरी काम हो तो समूह में जाएं और शोर मचाते हुए या आवाज लगाते हुए जाएं। 10 जून को बाघ के पगमार्क मिले थे। उसके बाद से न तो कोई नए पगमार्क मिले हैं और न ही बाघ की लोकेशन का पता चल पाया है।