
सिंधी भाषा का प्रशिक्षण ले रहे 60 बच्चे
हर इंसान को अधिक से अधिक भाषा आनी चाहिए।अपनी भाषा में संवाद करने से अपनापन झलकता है….कमल नागपाल
खंडवा।सीखने की वैसे तो कोई उम्र नहीं होती लेकिन बचपन में बच्चों के सीखने की क्षमता बहुत अधिक रहती है और इस समय उनके स्मृति पटल पर जो कुछ अंकित हो जाता है वे उसे जीवन भर याद रखते हैं। प्रत्येक इंसान को अधिक से अधिक भाषाओं का ज्ञान आना ही चाहिए क्योंकि अपनी भाषा के व्यक्ति से संवाद करने में हर किसी को अपनेपन का एहसास होता है।
यह बात पूज्य सिंधी पंचायत के प्रवक्ता कमल नागपाल ने बतौर अतिथि कही।
मध्य प्रदेश सिंधी साहित्य अकादमी द्वारा सिन्धीयत जी पाठशाला…के तहत 1 जून से 15 जून तक सिंधी भाषा प्रशिक्षण के कार्यक्रम में वे अतिथि के रूप में शामिल हुए थे।
सिन्धी पाठक मंच के संयोजक और भाषा प्रशिक्षक मनीष कुमार मलानी ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 1 जून से सिंधी कॉलोनी में यह पाठशाला निरंतर जारी है।प्रतिदिन सुबह 8:00 बजे से 10:00 तक 60 बच्चों को सिंधी भाषा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।नित्य उन्हें सिंधी भाषा और सिंधी साहित्य के बारे में जानकारी दी जा रही है वहीं उन्हें सिंधी गीत के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी जा रही है। इस पुनीत कार्य में रानी जयरामदास खेमानी और मनीषा संतवाणी का भी उन्हें विशेष सहयोग प्राप्त हो रहा है।सभी प्रशिक्षक मिलकर बच्चों को प्रशिक्षित कर रहे हैं।
प्रतिदिन कोई विशेष अतिथि इस पाठशाला में शामिल होता है। समाज के प्रवक्ता कमल नागपाल ने इस पाठशाला में शामिल होकर कहा कि देवनागरी में सिंधी भाषा का प्रशिक्षण सद्कार्य है।इस अवसर पर श्री नागपाल ने घोषणा की की 15 दिन के अभ्यास के बाद जो प्रशिक्षु प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त करेगा,उन्हें उसे उनकी ओर से विशेष पुरस्कार किया जाएगा। संचालन मनीष कुमार मलानी ने किया और तैराकी प्रशिक्षक अमित वैडानी ने सभी का आभार व्यक्त किया ।