
त्रिलोक न्यूज। मंडला। 18 अप्रैल। जबलपुर से होकर मंडला और वापिस जबलपुर तक चलने वाली बसों में सरकारी नियमों को ताक पर रख कर संचालन किए जाने की शिकायतें लगातार देखने और सुनने को मिलती रहती हैं।उक्त मार्ग पर बस मालिकों के द्वारा ग्रामीण भोलीभाली जनता से मनमाना किराया वसूल किया जाता रहा है।क्षमता से अधिक सवारियों को लाना ले जाना आम बात हो गई है।
ताजा मामला सिमरन ट्रेवल्स की बस का है,जिसमें यात्रा कर रहे नारायणगंज निवासी विपिन सोनी ने बताया कि वे सिमरन बस में अंपायर तिराहा से नारायणगंज के लिए बैठे थे,बस के कंडक्टर ने उनसे किराए की मांग की तो उन्होंने 80 रुपए दिए जो कि जबलपुर से नारायणगंज का वैध किराया है मगर कंडक्टर द्वारा 90 रुपए की मांग की है।
विपिन सोनी के द्वारा उक्त किराया राशि देते हुए टिकट की मांग की गई जो कि कंडक्टर के पास उपलब्ध नहीं थी पीछे आ रही उसी कंपनी की अन्य बस से टिकट लेकर विपिन सोनी को टिकिट दी गई।
लगातार सड़कों पर दौड़ रही बसों के संचालन संबंधी बहुत से नियम परिवहन विभाग ने बनाए है,क्या बस ऑपरेटर इनका पालन कर रहे हैं? या विभाग जांच के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति चलती रहेगी या व्यवस्था सुधारने के लिए कोई ठोस कदम उठाए जाएंगे।
जिस प्रकार बसों में सफर करने वाली जनता को आए दिन समस्याओं से जूझना पड़ता है उससे संबंधित विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है।
अब देखना यह है कि परिवहन विभाग के आला अधिकारियों की नींद कब खुलती है??
✍️त्रिलोक न्यूज मंडला संवाददाता यासमीन मोनू