
शामली – उत्तर प्रदेश के शामली में तैनात पुलिस की तेजतर्रार अफसर और ‘लेडी सिंघम’ के नाम से मशहूर डिप्टी एसपी श्रेष्ठा ठाकुर एक बार फिर सुर्खियों में हैं, इस बार उनके पति रोहित सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं, जेल से बाहर आने के बाद रोहित पहली बार आरा में मीडिया के सामने आए और अपनी पत्नी श्रेष्ठा ठाकुर के साथ रिश्ते को लेकर कई बड़े खुलासे किए है।शामली में सीओ के पद पर तैनात डिप्टी एसपी श्रेष्ठा ठाकुर ‘लेडी सिंघम’ के नाम से मशहूर है। बुलंदशहर में तैनाती के दौरान सत्तारूढ़ दल के नेता को लेकर मीडिया की सुर्ख़ियों में आई श्रेष्ठा ठाकुर इस समय अपने निजी जीवन को लेकर चर्चा में है। 2017 में श्रेष्ठा ठाकुर बुलंदशहर में डीएसपी पद पर तैनात थीं। इस दौरान ट्रैफिक रूल तोड़ने पर उन्होंने बीजेपी की जिला पंचायत सदस्य के पति प्रमोद लोधी का चालान कर दिया था। चालान कटने से नाराज प्रमोद लोधी उनसे उलझ गया था। हाथापाई की नौबत आ गई थी, इस घटना के बाद वे ‘लेडी सिंघम’ के नाम से मशहूर हो गई थी।बिहार के आरा के अमराई नवादा निवासी रोहित सिंह जो कभी खुद को एक IRS अधिकारी बताते थे, अब अपनी ही शादी को लेकर एक अलग ही कहानी पेश कर रहे हैं, उन्होंने दावा किया कि 2017 में सोशल मीडिया के जरिए श्रेष्ठा ठाकुर से मुलाकात हुई और फिर लखनऊ के हजरतगंज मंदिर में शादी कर ली, रोहित सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दोनों एक दोस्त के जरिए सोशल मीडिया पर मिले थे, 8 अगस्त 2017 को श्रेष्ठा ने डेट पर रोहित को लखनऊ बुलाया, पहली मुलाकात में दोनों होटल में साथ रहे और रात बीतने के बाद अगले ही दिन श्रेष्ठा ने लखनऊ के हजरतगंज स्थित हनुमान मंदिर में दबाव बनाकर रोहित से शादी कर ली, रोहित सिंह ने कहा कि श्रेष्ठा का ये आरोप झूठा है कि हमारी मुलाकात मेट्रीमोनियल साइट पर हुई थी।रोहित सिंह का कहना है कि DSP श्रेष्ठा ठाकुर उन पर धोखाधड़ी और फर्जी IRS अधिकारी होने का आरोप लगा रही हैं, उनका दावा है कि श्रेष्ठा इतनी बड़ी पुलिस अधिकारी होने के बावजूद इतनी भी बेवकूफ नहीं हैं कि उन्होंने एक फर्जी अधिकारी से एक नहीं दो-दो बार शादी रचाई, 8 अगस्त, 2017 को मंदिर में पहली बार शादी की और फिर 16 जुलाई, 2018 को पटना में दूसरी बार परिजनों की मौजूदगी में शादी की थी।रोहित ने बताया कि परिवार वालों की मौजूदगी में सगुना मोड़ स्थित किसान मैरेज हॉल में पूरे हिंदू रीति रिवाज के साथ दूसरी बार शादी हुई थी, उनका कहना है कि शादी का पूरा खर्च भी उन्होंने खुद उठाया जबकि श्रेष्ठा ने उन पर ढाई करोड़ रुपये दहेज ऐंठने का आरोप लगाया था। श्रेष्ठा ठाकुर के पति रोहित सिंह का आरोप है कि श्रेष्ठा के परिवार में किसी की शादी नहीं टिकती है, श्रेष्ठा के दो भाई हैं, दोनों भाईयों की भी उनकी पत्नी के साथ लड़ाई चल रही है।रोहित सिंह ने प्रताड़ना को लेकर गाजियाबाद कोर्ट में DSP पत्नी श्रेष्ठा ठाकुर, साले मनीष प्रताप सिंह, कौशाम्बी के थानेदार सर्वेश पाल और DCP समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है, गाजियाबाद कोर्ट में 156 (3) का केस किया गया है, इस मामले में 7 अप्रैल को सुनवाई की तारीख लगी हुई है। खुद को पीड़ित बता रहे रोहित सिंह ने मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, डीजीपी, एडीजी लॉ एंड आर्डर और आईजी को भी पत्र लिखा है, रोहित सिंह ने कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है।उत्तर प्रदेश के उन्नाव की मूल निवासी 2008 बैच की तेजतर्रार पीपीएस अफसर श्रेष्ठा ठाकुर ने अपने पूर्व पति रोहित राज सिंह के खिलाफ गाजियाबाद के कौशांबी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था, श्रेष्ठा ने अपनी शिकायत में कहा था कि रोहित राज ने खुद को आईआरएस अफसर बताया था। उसने अपनी तैनाती रांची में डिप्टी कमिश्नर पद पर बताई थी। शादी से पहले श्रेष्ठा के परिजनों ने रोहित राज के बारे में जानकारी जुटाई थी। उस समय इसी नाम का एक आईआरएस अफसर रांची में डिप्टी कमिश्नर पद पर तैनात था। श्रेष्ठा और परिवार वाले एक जैसे नाम के धोखे में आ गए थे।2018 में उन्होंने रोहित राज से शादी की। शादी के बाद जब उन्हें पति की सच्चाई पता चली तो पैरों तले जमीन खिसक गई। श्रेष्ठा ठाकुर ने पूर्व पति रोहित राज सिंह, ससुर वकील शरण सिंह और रोहित के भाई संजीत सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था । एफआईआर में बताया गया है कि शादी के कुछ समय बाद ही श्रेष्ठा को अपने साथ हुए धोखे का पता चल गया था, लेकिन रिश्ता बचाए रखने के लिए वह चुप रहीं थी। दो साल बाद उन्होंने तलाक ले लिया था जबकि रोहित का कहना है कि उनका अभी तलाक नहीं हुआ है।