
पिथौरा महाविद्यालय में हुआ मुद्रा प्रदर्शनी का आयोजन
भुवनेश्वर यादव:-महासमुंद (त्रिलोक न्यूज) पिथौरा चंद्रपाल डड़सेना शासकीय महाविद्यालय पिथौरा के प्राचार्य डॉ. शबनूर सिद्दीकी के निर्देशन एवं इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. एस एस तिवारी के मार्गदर्शन में इतिहास विभाग द्वारा 22 मार्च 2025 को मुद्रा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय इतिहास में सिक्कों (मुद्रा) का महत्व और योगदान को समझना है। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती की पूजा अर्चना से हुई। अपने उद्बोधन में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शबनूर सिद्दीकी ने इतिहास को निर्मित करने में मुद्रा के विशेष महत्व पर प्रकाश डालते हुए मोहम्मद बिन तुगलक के सांकेतिक सिक्कों के प्रचलन पर विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान किए। सिक्कों के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए विभागाध्यक्ष डॉ. एस. एस. तिवारी द्वारा भारत के इतिहास के अंतर्गत विभिन्न काल में अलग-अलग शासकों द्वारा चलाए गए सिक्कों के संदर्भ में व्यापक एवं रोचक प्रदान किए जो कि उपस्थित छात्र-छात्राओं के लिए रोचक एवं ज्ञानवर्धक रहा। उन्होंने ये भी कहा कि हम सिक्कों के माध्यम से तत्कालीन समाज, देशकाल, वातावरण, शिक्षा और संस्कृति आदि विषयों से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों को जान सकते हैं। आज के कार्यक्रम के रूप में विशेष रूप से आमंत्रित सिक्का संग्रहक शिक्षक श्री चरणदीप आजमानी ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सिक्कों या प्राचीन मुद्राओं से व्यक्ति रोचक एवं ज्ञानवर्धक जानकारी प्राप्त कर अपने ज्ञान के स्तर में अभूतपूर्व अभिवृद्धि कर सकता है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से महाविद्यालय के आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. सीमा अग्रवाल, श्री बीएस विशाल, श्री शेखर कानूनगो, श्री जितेंद्र पटेल, श्री ईश्वर पटेल, सुश्री टिकेश्वरी, श्रीमती सुमन पटेल, डॉ कपिल कुमार चंद्रा, डॉ मुकेश्वर सोनवानी, श्री लक्ष्मण साहू, श्री योगेश पटेल, श्री रामकुमार रविदास, श्री खीरसागर बरिहा, श्री दुष्यन्त धृतलहरे सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। उक्त कार्यक्रम का संचालन इतिहास विभाग के शिक्षक श्री आर के तिवारी द्वारा किया गया।