
श्री विमलनाथ जिनालय का 14 वां ध्वजारोहण महोत्सव संपन्न हुआ।
रिपोर्टर संजय जैन बड़ोद आगर मालवा
बड़ौद। श्री विमलनाथ परमात्मा की 14 वां वार्षिक ध्वजारोहण महोत्सव परम पूज्य आचार्य भगवन श्री अचलमुक्तिसागरसूरिजी की निश्रा में संपन्न हुआ।
पूज्य श्री ने प्रवचन के माध्यम से बताया कि जिनके दर्शन पूजन मात्र से हमारे सारे कष्ट दूर होकर सुख-
समृद्धि प्राप्त होती है, ऐसे हमारे तीर्थंकर परमात्मा हैं। कल्पवृक्ष 10 प्रकार के होते हैं, जिस प्रकार की
आवश्यकता होती है, उसी अनुसार कल्पवृक्ष से मांगा जाता था ओर पूर्ति हो जाती थी। किंतु आज कल्पवृक्ष के रुप में तीर्थंकर परमात्मा है, अच्छे भाव से जो मांगा
जाता है, वो हमें प्राप्त हो जाता है। सभी के दुखदर्द परमात्मा के दर्शन से मिट जाते है। , बड़ौद नगर में धर्म की अच्छी प्रभावना है, परमात्मा एवं देवगुरु के प्रति
सच्ची श्रृद्धा है, जो परमात्मा का आशीर्वाद है।
ट्रस्टी ललित जै. राजावत ने बताया कि प्रातः 09 बजे मुख्य ध्वजा लाभार्थी परिवार के निवास स्थान से सामैया (जुलूस) प्रारंभ हुआ, जो श्री विमल नाथ
जिनालय पहुंचा। जहाँ विधि कारक पंकज भाई नौलखा द्वारा विधिविधान से सत्तरभेदी पूजन करवाई एवं ध्वजारोहण संपन्न कराया हुआ। संचालन ट्रस्टी
संतोष जैन ने किया। नवरत्न परिवार द्वारा व्यवस्था का संचालन किया।
श्री विमलनाथ परमात्मा की ध्वजा श्री कन्हैयालालजी भेरुलालजी कुण्डलबोहरा, श्री सिद्धचक्र भगवान की
ध्वजा श्री इंदरमलजी नानूरामजी हंसगोता, श्री गुरु गौतम स्वामी की ध्वजा श्रीमती धापुबेन जगन्नाथजी नवलखा, श्री माणिभद्र देव की ध्वजा श्री
बसंतीलालजी कन्हैयालाल जी हंसगोता, माँ पद्मावती की ध्वजा का लाभ श्री मती रुकमाबेन मांगीलालजी घुघरिया परिवार ने लिया।