
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव मध्य प्रदेश शासन कि निर्देशानुसार मध्य प्रदेश में निरुद्ध बंदियों के उत्थान के लिए जेल परिसर में श्रीमत भागवत गीता पर व्याख्यान हेतु मध्य प्रदेश शासन संस्कृति पर्यटन धार्मिक न्यास एवं धर्मस्त विभाग के द्वारा निरुद्ध बंदियों के चरित्र निर्माण एवं सामाजिक उत्थान हेतु म प्र शासन निर्देश अनुसार जिला जेल में बंदियों के बीच भागवत गीता पर व्याख्यान एवं गायत्री यज्ञ के साथ २१.१.२०२५ से २५.१.२०२५ (५ दिवसीय) आयोजन की शुरुआत जिला जेल अधीक्षक दुष्यंत कुमार पगारे ने दीप प्रज्वलन कर एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के पदाधिकारी डा अशोक बलसोरा डा एमएल फुल पगारे, पीडी रायपुरिया अन्नु भाबर नगीनलाल नायक चंपा सिंगाड़ ने पूज्य गुरुदेव एवं वंदनीय माताजी के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर नमन किया । अतिथियों को जेल स्टाफ ने तिलक एवं पुष्प पंखड़ियों से स्वागत किया । पश्चात जिला जेल अधीक्षक पगारे ने स्वागत उद्बोधन दिए अतिथियों ने गीता ज्ञान मंत्र श्लोक पढ़कर बंदियों को जीवन में अच्छी बातों को ग्रहण करने की प्रेरणा दी गई । प्रारंभ में अन्नू भाबर ने ” हम होगे कामयाब” गीत से प्रेरणा भरी । तत्पश्चात पंडित घनश्याम वैरागी ने कृष्ण चरित्र के साथ बंदियों को अपने आचरण में ज्ञान को धारण करने की शिक्षा दी । गायत्री परिवार के युग पुरुष विनोद जायसवाल ने गायत्री ज्ञान एवं जीवन को यज्ञ मय बनाना, अपनी बुराइयों को संकल्प के साथ त्याग कर सद्गुणों को अपनाने की बात पर जोर दिया । ३५० से अधिक बंदियों बताई गई बातों को अपने जीवन में उतरने हेतु संकल्पित होकर पुष्पांजलि अर्पित की गई । प्रसाद वितरण कर। कार्यक्रम प्रथम दिवस समाप्त किया गया ।