रिपोर्टर = भव्य जैन
पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री पद्मविलोचन शुक्ल द्वारा लगातार आमजन के बीच जाकर समाज में व्याप्त कुरीतियों, अंधविश्वास व विभिन्न अपराध जैसे साइबर क्राइम, घरेलू हिंसा, महिला संबंधी अपराध आदि के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
इसी क्रम में आज दिनांक 16/12/2024 को ग्राम भीमपुरी थाना काकनवानी में ग्राम रक्षा समिति सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में विभिन्न कहानियों के माध्यम से पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा समाज में व्याप्त दहेजदापा, भांजगडी जैसी कुप्रथाओं को छोड़कर अपने बच्चों को कम से कम 12वीं तक अच्छी शिक्षा देने के लिए प्रेरित करते हुए समाज की उन्नति में अपना योगदान देने हेतु प्रेरित किया गया।
18 वर्ष से पहले बच्चियों की शादी नहीं करने व 21 वर्ष से पहले लड़कों की शादी नहीं करने की समझाइश दी गई। यदि आप अपने बच्चों को पढ़ाओगे तो वह आगे बढ़कर आपके परिवार की आर्थिक व सामाजिक उन्नति करेगा । आपके बच्चों को अच्छे से पढ़ाई नहीं करवाओगे तो मजदूरी के लिए दर-बदर भटकता रहेगा व शराब, मादक पदार्थों का सेवन करते हुए अपने शरीर का नुकसान भी करेगा व आर्थिक रूप से परिवार को कमजोर करते हुए कर्ज के जाल में फंसा देगा।
साथ ही उन्होंने डिजिटल अरेस्ट, ओटीपी धोखाधडी जैसे साइबर अपराध के बारे में लोगो को जागरूक करते हुए बताया कि किसी अनजान व्यक्ति द्वारा आपको सीबीआई, ई डी, आदि जांच एजेंसियों के नाम पर डराकर पैसे की मांग की जाए तो उन्हे किसी प्रकार से पैसे न भेजे न ही अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसी ओटीपी, एटीएम के पासवर्ड, पिन इत्यादि साझा करे। ऐसी घटना होने पर तत्काल पुलिस को सूचना दे पुलिस किसी को फोन कर यह नही कहती की आपको गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा सीसीटीवी कैमरा लगाने व इसकी उपयोगिता के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया। गांव के सदस्यों को अपने क्षेत्र की सुरक्षा हेतु गांव के प्रमुख मार्गों एवं अपनी दुकान व मकान के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगाने हेतु प्रोत्साहित किया गया।
साथ ही कार्यक्रम में शादी में दारू बंद, डीजे बंद, दहेजदापा बंद, अत्यधिक तूफान गाड़ियां नहीं ले जाने की शपथ दिलाई गई।
कार्यक्रम में साइबर एक्सपर्ट्स द्वारा जागरूक करते हुए बताया गया कि तकनीक के इस युग में जितनी तेजी से डिजिटल लेन देन को बढ़ावा मिला है उतनी ही तेजी से ठगी के नए-नए तरिके सामने आ रहे हैं। खुद को साइबर ठगों से बचाने के लिए सबसे जरूरी जागरूकता व सतर्कता है। किसी भी अज्ञात नंबर से प्राप्त हुए लिंक को ना खोले और किसी भी फोन कॉल, संदेश, ईमेल इत्यादि पर दिए गए प्रलोभन या विश्वास में आकर अपनी कोई भी निजी जानकारी किसी के साथ साझा ना करे।
सहायता करने के नाम पर यदि कोई बैंक, बिजली निगम, टेलीफोन एक्सचेंज, आयकर इत्यादी किसी भी विभाग का कर्मचारी बताकर आपसे कोई जानकारी मांगता है तो अपनी कोई भी जानकारी ना दें। साइबर ठगों के निशाने पर हर वह आदमी है, जो किसी भी डिजिटल माध्यम से जुड़ा है। जागरूकता ही साइबर अपराध से बचने का बेहतर उपाय है।