
कोरबा/कटघोरा/:वन विभाग की लापरवाही के चलते क्षेत्र में धड़ल्ले से हरे पेड़ों की कटाई की जा रही है। इसके बाद भी विभाग वन माफियाओं पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। इसके अलावा प्रशासन भी इस तरफ अनदेखी कर रहा है।
हर वर्ष शासन हरियाली को बढ़ावा देने के लिए पौधरोपण अभियान चलाता है। इस पर शासन द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं जबकि उसकी सुरक्षा को लेकर संबंधित विभाग ही लापरवाही बरतते हैं। इस समय तहसील क्षेत्र में इमारती पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है। इसके अलावा किसान भी खेतों की मेढ़ पर लगे हरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। किसान बिना अनुमति के फलदार पेड़ों को काटकर ठेकेदारों को बेच देते हैं। इससे पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। कुछ दिन पहले जटगा मोड़, कसानिया से सुत्तर्रा मार्ग के समीप अंधा मोड़ से लगा हुआ जंगल में कुछ लड़के ने साल, सराई के हरे भरे पेड़ को काट दिए हैं। और मौके पर कटघोरा DFO कुमार निशांत को दूरभाष नं 7906967368 के माध्यम से घटने की जानकारी दिया गया और उनसे जानकारी लेने पर कुमार निशांत का कहना था कि वो राजस्व भूमि है।और उनको पत्रकारों के द्वारा अवगत कराया गया कि बात भूमि कि नहीं हरे भरे पेड़ पौधे की हो रही है। तब जाकर उन्होंने पत्रकारों को बताया की हमारे विभाग से कोई भी और किसी तरह की हरे भरे पेड़ पौधे को काटने की अनुमति प्रदान नहीं किया गया है।
इसी तरह दो साल पहले एक व्यक्ति ने एक दर्जन हरे पेड़ काट दिए थे। इसकी शिकायत पर पटवारी ने पंचनामा बनाकर लकड़ी जब्त वन विभाग के डिपो को सुपुर्द की थी। इसके बाद कार्रवाई को दबा दिया गया।
पेड़ काटने वालों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होने के कारण इस पर प्रतिबंध नहीं लग पा रहा है। वन माफियाओं पर रोकथाम नहीं होने के कारण जहां कभी घना जंगल हुआ करता था, वहां पर अब ठूंठ ही नजर आते हैं। इस समय सागौन के अलावा आम, साल, सराई,इमली, बबूल, महुआ ,जामुन, बरगद, नीम प्रजाति के अनेक पेड़ों की कटाई धड़ल्ले से जारी है। इन पेड़ों की हो रही कटाई से वन क्षेत्रों को तो नुकसान हो रहा है।
इस संबंध में कटघोरा डी एफ ओ कुमार निशांत का कहना है कि हरे पेड़ों की कटाई पर प्रतिबंध है। यदि कहीं अवैध रूप से कटाई की जाती है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
राजस्व विभाग के अनुविभागीय अधिकारी पोड़ी उपरोड़ा को दूरभाष क्रमांक 9406216044 के माध्यम से जानकारी दी गई कि आपके यहां से कोई भी हरे भरे पड़े पौधों की कटाई के लिए आदेश जारी हुआ है। तब अनुविभाग आधिकारी पोड़ी उपरोड़ा का कहना था कि आप हमारे कार्यालय में लिखित शिकायत करिए उसके बाद हमारे तरफ से ठोस कार्यवाही की जाएगी।
ग्रामीणों का कहना था कि अगर हमारी शिकायत दर्ज कराने के उपरांत कोई कार्यवाही नहीं हुई तो हम वन मंत्री श्री केदार कश्यप को मामले की शिकायत उनके पास जाकर करेगें।
अब देखना यह होगा कि हमारे कटघोरा DFO कुमार निशांत इस मामले में सामाचार लगने के उपरांत कार्यवाही करते हैं या लकड़ी माफियाओं को संरक्षण देते हैं।