शिवपुरी का पर्यटन स्थल भदैया कुंड उजड़ता और वीरान होता नजर आने लगा है जिम्मेदारों ने भी पल्ला झाड़ा
महीनों से सफाई न होने के चलते
लगे कचरे और गंदगी के ढेर बाहर से आने वाले पर्यटक भी
टिकट लेने के बाद खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं
एक जमाना था जब बारह महीने रौनक रहती थी भदैया कुंड पर
तब टिकट नहीं लगता था लेकिन जब से बेवजह टिकट लगाया गया है तब से भदैया कुंड अपना अस्तित्व खोता जा रहा है
कुछ लोग पर्यटन के क्षेत्र में शिवपुरी को ऊचाइयों तक ले जाने की बात करते थे वो सिर्फ बातें थी
एक और खास बात भदैया कुंड पर प्राचीन मंदिर भी है अगर किसी को दर्शन करने जाना है तो टिकट लेना पडता है कुछ लोग जो प्रतिदिन जाते है उनका टिकट चाहे न लगे लेकिन अन्य दर्शनार्थियों को टिकट लेना ही पडता है
किसी भी संगठन ने इसका विरोध नहीं किया अजीब बात है