मधुबनी: 25 June 2024 :
एस.डी.आर.एफ. टीम के द्वारा डूबने से होने वाली मृत्यु को लेकर किया जन जागरूकता अभियान।
एस.आई. बिनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में मंगलवार को कन्या मध्य विद्यालय, बेहटा, बेनीपट्टी में डूबने से होने वाली मृत्यु के रोकथाम हेतु जन-जागरूकता सप्ताह के तहत बाढ़ पूर्व तैयारी सुरक्षा सप्ताह (जन जागरूकता अभियान) से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित की गई।
ज्ञात हो कि आपदा प्रबंधन विभाग एवं जिलाधिकारी, अरविन्द कुमार वर्मा द्वारा दिए गए निदेश के आलोक में जिले में डूबने से होने वाली मृत्यु की अधिकता एवं उसके रोकथाम को लेकर एस.डी.आर.एफ. की टीम के द्वारा दिनांक-24.06.2024 से दिनांक-30.06.2024 तक जन-जागरूकता सप्ताह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
इसी क्रम में बाढ़ प्रवण / बहु-आपदा प्रवण अंचलों को प्राथमिकता देते हुए मंगलवार को बेनीपट्टी में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में डूबने से होने वाली मृत्यु की रोकथाम हेतु चयनित विद्यालयों के छात्र/छात्राओं अंचल अन्तर्गत स्वेच्छा से भाग लेनेवाले जन प्रतिनिधि/समाज सेवक प्रशिक्षित आपदा मित्र, प्रशिक्षित तैराक गोताखोर, नेहरु युवा केन्द्र के स्वंयसेवकों को जागरूक किया गया।
जन-जागरूकता सप्ताह कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु सभी संबंधित अंचल अधिकारियों को निदेश दिया गया है कि वे प्रशिक्षण करानेवाले SDRF टीम को सहयोग / समन्वय हेतु एक जानकार कर्मी को प्रतिनियुक्त करने एवं निर्धारित कार्यक्रम से पूर्व सभी आवश्यक तैयारियों का निरीक्षण करना सुनिश्चित करेंगे। डूबने से होने वाले मृत्यु की रोकथाम हेतु आयोजित कार्यक्रम को सभी संबंधितों से समन्वय स्थापित कर आयोजन कराना सुनिश्चित करेंगे।
प्रशिक्षण में मानसून के दौरान संभावित बाढ़ को देखते हुए जल-जमाव वाले क्षेत्रों एवं नदियों के किनारे नहीं जाने की अपील की गई है। साथ ही, बच्चों को भी दूर रखने का अपील किया गया है। उन्होंने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा है कि भारी वर्षा होने की स्थिति में लोग घर में ही रहें। नदियों, तालाबों आदि का जलस्तर बढ़ने की संभावना के साथ ही वर्षा के दिनों में कई जगहों पर जल-जमाव भी हो जाता है। अतः बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलें।
जलजमाव वाले क्षेत्रों एवं नदियों के किनारे जाने से बचें। साथ ही, अपने बच्चों को भी जलजमाव वाले क्षेत्रों एवं नदियों के किनारे जाने से रोकें। अपनी और अपने बच्चों की जान बचायें, नदियों-तालाबों में बर्तन-कपड़े नहीं धोयें एवं न ही स्नान करें, डूबते हुए की तरफ रस्सी, धोती, साड़ी या बांस फेंक कर बचाने, डूबे हुए व्यक्ति को तुरंत ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने, ऑक्सीजन न मिले तो मुंह से श्वास देने, यदि पेट में पानी भर गया हो तो पेट के बल लिटाकर दवाब दें, जिससे पानी निकल जाए, फिर जल्दी अस्पताल ले जाने आदि की जानकारी दी गयी।
Sitesh Choudhary