कोरबा से अशोक दीवान की खास रिपोर्ट
कोरबा/पोड़ी उपरोड़ाब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत मल्दा के तहत प्रगति पथ सेवा संस्था, कोरबा ने माइक्रोफाइनेंस बैंकों की अनियमितताओं और महिलाओं के शोषण के खिलाफ़ बड़ा कदम उठाया है। संस्था की अध्यक्षता में एक ज्ञापन तैयार कर जिला प्रशासन को सौंपा गया है, जिसमें निम्नलिखित मुख्य मांगे रखी गई हैं:
1. मालदा सहित प्रभावित गांवों की महिलाओं के कर्ज को तुरंत माफ किया जाए।
2. माइक्रोफाइनेंस बैंकों की गहन जांच कर उनकी अनियमितताओं पर लगाम लगाई जाए और दोषी कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
3. आरबीआई के नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करते हुए महिलाओं के साथ शोषण रोकने के उपाय किए जाएं।
संस्था के अध्यक्ष मिर्ज़ा मुस्ताक अहमद ने बताया कि माइक्रोफाइनेंस बैंक अत्यधिक ब्याज दर (25-30%) वसूलकर गरीब महिलाओं को कर्ज के बोझ तले दबा रहे हैं। इससे महिलाएं आर्थिक और मानसिक रूप से प्रभावित हो रही हैं। संस्था ने प्रशासन से इस मुद्दे पर तुरंत कार्रवाई की मांग की है ताकि महिलाओं के अधिकारों की रक्षा हो सके।
प्रगति पथ सेवा संस्था ने अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक न्याय नहीं मिलता। यह कदम न केवल महिलाओं को सशक्त करेगा, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव भी लाएगा।