*ऊं ऋं श्री तपस्वी सम्राट सन्मति विरागसागराय नमो नम:*
*जैन समाज का एक और सूर्य अस्त हुआ , पुज्यवर गणाचार्य विरागसागरजी महाराज। की तारीख 4-7-2024 को समाधि की सुचना सुनकर समुचा जैन समाज स्तब्ध रह गया , पुज्यश्री ईतनी कम उम्र मे हम सब को छोडकर चले गये ,ईतनी कम उम्र मे आपने 360 के आसपास दीक्षाए देकर अनेको श्रावको का मोक्षमार्ग प्रशस्त कीया , वर्तमान मे आपके अनेको शिष्य भारतवर्ष मे भ्रमण करते हुए जैन धर्म की पताका लहरा रहे है*
आपके दीए हुए उपदेश , जैन धर्म को जन-जन तक पहुंचाकर प्रचार करना , आपका वात्सल्य , आपकी दिव्य वाणी हमेशा जन जन के मन मे बसी हुई रहेगी। डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, प्राची प्रशांत जैन, इं आकाश कुमार जैन, राजेंद्र कुमार जैन, डॉ कंचन जैन, डॉ आरके जैन, शिवानी जैन एडवोकेट, लता जैन,सकल जैन समाज आपका हमेशा ऋणी रहेगा