संवाददाता अखिलेश विश्वकर्मा का रिपोर्ट गढ़वा मझिआंव ..पानी को लेकर चहुंओर मचा हाहाकार: गर्मी से लोगों का जनजीवन हुआ अस्त व्यस्त: इस चिलचिलाती धूप एवं तपती हुई धरती पर लोगों को जीना मुहाल हो गया है।
एक तरफ लोगों में पानी के लिए हा-हा कार मचा हुआ है, सभी ताल -तलैया,चापानल, आहार -पोखर ,तालाब का जल स्तर निचे चले जाने के कारण मनुष्य के शंसाथ-साथ जीव जंतु पशु पक्षी भी पानी के लिए तड़प रहे हैं तथा कितने जीव जंतु सहित मनुष्य की इस चिलचिलाती धूप में लू से मृत्यु हो चुकी है तथा अभी भी आगे जिल्लत जेल रहे हैं। वही मझिआंव नगर पंचायत एवं ग्रामीण क्षेत्रों में तथा बरडीहा प्रखंड के विभिन्न गांवों में पानी के लिए हा-हा कार मचा हुआ है। अधिक संख्या में चापानल जवाब दे चुके हैं, जिससे लोगों को पीने के लिए एवं अन्य दैनिक कार्यक्रम के लिए भरपुर मात्रा में मिनी नहीं मिलने से लोगों का जीवन बेहाल हो चुका है ।नगर पंचायत में लगभग करोड़ों रुपए की लागत से घर-घर नल जल योजना अभी तक फेल हो चुका है । जिसमें नगर पंचायत वासियों में काफी आक्रोश व्याप्त है ।नगर पंचायत बने लगभग 14-15 वषॅ होने के बावजूद भी यहां माकूल विकास नहीं हो सकी है । य की ओर से टंकर से पानी तो दिया जा रहा है परन्तु बस स्टैंड में नाही कोई नल है और नाही कोई चापा नल,और नाही कोई पानी की ही ब्यवस्था की गई है बाजार आए लोग पानी के लिए प्यासे इधर से उधर भटकते नजर आते हैं।वही ग्रामीण क्षेत्रों में तो जहां पानी की घोर किल्लत है वहां भी किसी तरह की पानी की ब्यवस्था ना ही पंचायत की मुखिया के द्वारा किया गया है और नाही खराब पड़े हुए जलमिनार को ही बनाया गया है,नगर पंचायत एवं ग्रामीण क्षेत्रों में संबंधित पदाधिकारी से पानी की ब्यवस्था कराने की मांग की गई है ,ताकी लोगों को इस चिलचिलाती धूप में पानी देकर जान बचाया जा सके ,क्यों कि “जान है तो, जहान है।