
कन्वेयर के नीचे शेड पर चढ़े थे पाइप लाइन में वेल्डिंग का कार्य करने, तभी शेड टूट गया
आरोप, ठेका श्रमिकों को आवश्यक सेफ्टी उपकरण न दिये जाने से असुरक्षा रहती है हावी
शक्तिनगर। सोनभद्र। शक्ति नगर एनसीएल की खदानों में हादसों का क्रम धमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी क्रम में एनसीएल के दुधिचुआ खदान क्षेत्र को ओल्ड सीएचपी में एक हादसे दौरान दो ठेका श्रमिकों की दर्दनाक मौत हो गई। ये घटना सुबह करीब 11.30 बजे की बतायी जा रही है। वहीं, हादसे को लेकर बताया जा रहा है कि दोनों ठेका श्रमिक दुधिचुआ की चप सीएचपी में कन्वेपर के नीचे शेड पर वेल्डिंग करने के लिए चड़े थे, तभी अचानक शेड का ज्वाइंट खुल गया और दोनो करीब 50 फीट ऊंचाई से नीचे गिर गए। ऐसे में दोनों श्रमिकों के नीचे गिरते देख आसपास मौजूद अन्य श्रमिकों के होश ही उड़ गए।
लोगों ने ताकाल दोनों को उठाने का प्रयास किया, लेकिन दोनों में कोई चेतना नहीं दिख रही थी। ऐसे में तत्काल दोनों को कंपनी के नेहरू शताब्दी चिकित्सालय ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
झारखंड के थे दोनों मृत श्रमिक इस हादसे में मृत दोनों ठेका
श्रमिक 35 वर्षीय बिरसा ओरॉव व 49 वर्षीय सुखराम मूलरूप से झारखंड निवासी बताए जा रहे हैं। दोनों मृत श्रमिकों को प्रबंधन की ओर से 15-15 लाख रूपये की आर्थिक सहायता राशि दी गई है। जबकि अंतिम संस्कार के लिए 1-1 लाख रूपये तत्काल परिजनों को दिये गये हैं। शब ले जाने के लिए एम्बुलेंस भी उपलब्ध कराई श्रमिकों को सेफ्टी उपकरण नहीं दिये जाने का आरोप माइंस एरिया में हुये इस हादसे की खबर परिक्षेत्र में काफी तेजी से फैल गई। ऐसे में लोग ये चर्चा कर रहे हैं आखिरकार जब करीब 50 फीट की ऊंचाई पर वेल्डिंग या किरी भी कार्य के लिए ठेका श्रमिक को चढ़ाया गया था, तो फिर उसे कोई सेफ्टी उपकरण क्यों नहीं दिये गये थे? चर्चाओं के दौरान लोगों का बहता है अगर ठेकेदार अपने इन दोनों श्रमिकों को सेफ्टी उपकरण देता तो शायद इनकी मौत टल सकती थी। ऐसे में लोग ये भी आरोप लगा रहे हैं कि एनसीएल तो कट्रिष्ट में सेफ्टी को लेकर प्राथमिकता देता है और आवश्यक प्रावधान भी रखता है, लेकिन सेफ्टी के फंड को खर्च करने के बजाए ठेकेदार उस फंड की उकार जाते हैं और फिर ऐसे सजाते हैं। इसलिए कायदे से इस घटना की भी जांच होनी चाहिए।
वॉटर पाइप लाइन कर रहे थे वेल्डिंग कन्वेयर के नीचे से गुजरी एक बैटर पाइप लाइन टूट गई वी, पप लाइन फागर रोपटी की है, कम्वेवर में आग लाने पर पानी काय किया जाता है।