
विभागीय लापरवाही अधिकारियों एंव ठेकेदार की मनमानी की भेट चढी 109 करोड की राजोद जल समुह आवधर्न योजना,दो वर्ष बाद भी फस्टर् फेज के गांवो मे सुचारू रूप से नही हो पा रहा जल वितरण ।
8 माह पुर्व 93 प्रतिशत कार्य पुर्ण र्होने का अधिकारीयो ने किया था दांवा जबकी जमीनी हकीकत कुछ और ही
जिला ब्युरो गोपाल रावडिया मारु की ग्राउंड रिपोर्ट


गांवो मे जो पाईप लाईने डाली गई थी वह भी बिना लेवलीग करे डाल दी गई। जिसके कारण कही पर पानी प्रेसर से नही आ रहा है तो कही पर फुल प्रेशर के साथ पानी की सप्लाई हो रही है। यही नही फस्टर् फेज के गांवो मे वाल्व लगाने के के लिये फिर से सडके खोद दी गई।
कम गहराई के चलते फुटी लाईन पानी सप्लाई हुआ बंद…….
ठेकेदार के द्वारा मनमर्जी से किये गये कार्य की अभी से पोल खुलने लगी है। कम गहराई से मेन पाईप लाईन डाले जाने के चलते विगत दिनों किसान द्वारा पाइप लाइन डालने के लिए खोदी गई लाइन में नल जल योजना की मेन पाईप कम गहराई होने के चलते लाईन फुट जिसके चलते 4-5 दिनों से गांव में नल जल योजना बंद पड़ी जिसके चलते बड़ी परेशानी उठाना पड़ा रही है। वहीं दशहरा मैदान के रहवासियों के कनेक्शन आज तक घरों तक नहीं देते हुए रोड के उस पार ही छोड़कर चले गए जिसके चलते बड़ी परेशानी उठाना पड़ रही है
109 करोड की राजोद जल समुह आवधर्न योजना से सरदारपुर एंव बदनावर तहसील के 79 गांवो की 1 लाख 65 हजार जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने का दांवा किया जा रहा है। लेकिन हकीकत कुछ और ही हैै। आगे आगे पाट पिछे सपाट वाली कहावत इस योजना पर खरी उतर रही है। यही नही 15 अगस्त 2023 को तत्कालीन उद्योग मंत्री राज्यवधर्नसिंह दत्तीगांव एंव क्षैत्रीय विधायक प्रताप ग्रेवाल के हाथो लाबरिया के निकट समुह के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के दौरान अधिकारीयो ने योजना का 93 प्रतिशत कार्य पुर्ण होने का दांवा किया था। लेकीन वतर्मान मे जमीनी हकीकत देखे तो यह 93 प्रतिशत कार्य मात्र कागजो पर ही पुर्ण हो गया है
वही विभागीय अधिकारी ने सरकार के द्वारा चलाई जा रही सीएम हेल्पलाइन को भी मजाक बनाया जा रहा है। शिकायत कर्ता गोपाल मारू ने बताया कि मेरे द्वारा जब पाइप लाइन लिंकेज और गुणवत्ता विहिन कार्य की शिकायत दर्ज कराई गई थी तो विभागीय अधिकारियों ने बिना शिकायत कर्ता को अवगत कराये झुठा और मनमर्जी का प्रतिवेदन डालकर शिकायत को फोर्स क्लोज कर दिया जाता है। अगर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जांच कि जाएं तो विभागीय अधिकारियों की लापरवाही की पोल खुल सकती है।
इनका कहना है
मेरे घर तरफ तो नये नलों में पानी सप्लाई हुएं 10-12 दिन हो गए हैं। और खोदी गई लाइन पर भी सिंमेट कांक्रीट नहीं किया गया है।
रहवासी…..
नाना लाल मारु पाटेकर
अभी तक कांट्रेक्टर को पुर्णता का प्रमाण पत्र नहीं दिया है अभी तो सभी जगह कार्य चल रहा है जहां अभी तक पानी नहीं पहुंचा है वहां के लिए अतिरिक्त प्रपोजल भेजा है। जैसे ही आ जायेगा काम चालू हो जाएगा।
जे.पी.घनोते
महाप्रबंधक जल निगम इंदौर