राजगढ़ के नजदीक कालीतलाई गांव में बेसहारा मवेशियों को लेकर खासा हंगामा हुआ। गांव के बाहर के एक बाड़े नुमा खाली मैदान में रोके गए गोवंश को छुड़वाने कोतवाली पुलिस और गो सेवकों को मौके पर जाना पड़ा। दरअसल इन दिनों खेतों में लहलहा रही फसलों को गोवंश से बचाने के लिए कालीतलाई सहित आसपास के कुछ गांवों के ग्रामीणों द्वारा करीब 250 बेसहारा गोवंश को गांव के बाहर तार फेंसिंग कर खाली पड़ी जमीन पर रोक दिया गया था।कोतवाली पुलिस को इसकी सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची तो बाड़े में करीब 200-250 गोवंश रुका था। तीन गायों के शव पड़े थे, जबकि पांच-छह गायें घायल तो कई बीमार स्थिति में थी। जिस पर पुलिस के साथ वहां पहुंचे राजगढ़ के गोसेवक नवदीप सिंह ने खासी आपत्ति दर्ज जिस पर पुलिस ने बाड़े को खोल सभी गायों को मुक्त कर दिया। इस दौरान पुलिस की पूछताछ में ग्रामीणों ने रात के समय गायों को रोकने और दिन में छोड़ने की जानकारी देते हुए वहां उनके चारे-पानी की व्यवस्था करने की बात भी कही।लेकिन जिस समय पुलिस मौके पर पहुंची वहां चारे-पानी के कोई अवशेष नजर नहीं आए। ग्रामीणों ने बताया की गायों को बाड़े तक लाने औ र सुबह खोलने के लिए एक व्यक्ति को नियुक्त कर रखा है। गायों की हालत पर अब प्रशासन जिम्मेदारी पर क्या कार्यवाही करेगा।।
ब्रेकिंग न्यूज़ (राजगढ़) इकलेरा पत्रकार आशिक मंसूरी खास खबर