राष्ट्रीय राजमार्ग मार्ग हल्द्वानी अलमोडा़ को जोड़ने वाले क्वारब पुल क्षेत्र में पहाड़ कटान होने से मलवा आना रास्ता जाम होना आम बात हो गया है। बीती 14 अक्टूबर की रात क्वारब में एक ट्रक नदी की तरफ धंसने से रास्ता बंद होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.वही इस मामले में प्रशासन की लापरवाही भी दिखाई दी जहाँ बंद पड़े मार्ग में जहां रात दो बजे से जाम लगा रहा वहीं सुबह 9 बजे तक भी प्रशासन या पुलिस का कोई भी उच्चाधिकारी या जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। काफी मशक्कत के बाद 15 अक्टूबर के अपराह्न इस रोड को हलके वाहनों के लिए खोला जा सका.
बताया जा रहा है कि इस स्थान पर सड़क की चौड़ाई केवल तीन मीटर रह गयी है. पीछे पहाड़ की तरफ फिलहाल कटिंग कर रोड़ चौड़ीकरण संभव नहीं है, जिस कारण स्तिथि नियंत्रण से बाहर हो रही है. यहां के पहाड़ में 10 फुट तक गहरी दरारें पड़ चुकी हैं। जिनके कारण बार—बार पहाड़ से भू-स्खलन हो रहा है। इसके अध्ययन के लिए दो दिन पहले ही टीएचडीसी की टीम ने मंत्री अजय टम्टा के साथ स्थलीय निरीक्षण भी किया था। जिसके बाद बजट जारी करने और और स्थायी समाधान के लिए योजना पर काम करने की बात तो हुई, लेकिन आसन्न संकट से निपटने के लिए कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। नतीजा यह है कि बीती देर रात से यहां हालात बेकाबू हो गए.वही जिलाधिकारी अल्मोड़ा आलोक कुमार पाण्डेय ने निरंतर क्वारब पुल के निकट आ रहे मलवे को देखते हुए रात्रि आठ बजे से प्रातः छः बजे तक यातायात व्यवस्था पूरी तरह बंद करने के आदेश दिए हैं। आदेश में वैकल्पिक मार्ग अल्मोड़ा—विश्वनाथ—शहरफाटक—मोटर मार्ग और खैरना रानीखेत मोटर मार्ग का बंद अवधि में प्रयोग करने को कहा गया है। उन्होंने आदेश में स्पष्ट लिखा है कि यदि उपरोक्त निर्देशों में किसी प्रकार की शिथिलता अक्षम्य होगी।