उल्टा चोर कोतवाल को डांटे शिकायतकर्ता द्वारा अपने बच्चों की फीस नहीं भरने के नित्य नए-नए हथकंडे अपना रहे
महर्षि दयानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल चिचोली की छवि शिकायतकर्ता द्वारा खराब की जा रही हैं
बैतूल। स्कूल संचालक का कहना यह है की शिकायत करता ने जो शिकायत की है वह निराधार झूठी है शिकायत करता ने झूठी शिकायत की है कि सितंबर माह तक उनके बच्चों को स्कूल में नहीं बैठाया गया परंतु स्कूल संचालक का कहना है कि 15 अगस्त तक नामांकन फार्म जमा होते हैं बच्चों को निरंतर स्कूल में बैठाया गया है जिनकी उपस्थिति हाजरी पंजी में दर्ज है। स्कूल संचालक द्वारा बताया गया है की अगर छात्रों को स्कूल में नियमित नहीं बैठाया गया हो तो उनकी उपस्थिति पंजी में दर्ज है और शासन के नियम अनुसार 15 अगस्त तक नामांकन प्रक्रिया पूर्ण करना था जिसकी प्रक्रिया पूर्ण नहीं होने पर छात्रों को परीक्षा में प्रवेश वर्जित रहता है माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड दसवीं की परीक्षा में शिकायतकर्ता का पुत्र जो दसवीं कक्षा में अध्यनरत था वह प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुआ
महर्षि दयानंद स्कूल के संचालक अमित आर्य द्वारा बताया गया कि मैं अकेला स्कूल का प्रतिनिधित्व नहीं कर रहा हूं स्कूल में समिति गठित है जो समिति निर्णायक प्रस्ताव लाती है जो शासन के नियम अनुसार फीस तय करती है। जो शासन द्वारा बढ़ोतरी की गई थी उसमें भी संस्थान ने 2 से 3% प्रतिशत फीस घटा दी है जो शासन द्वारा 10% बढ़ोतरी निर्धारित थी परंतु स्कूल संचालक ने 8 या 9% फीस बढ़ोतरी की है। अब शिकायत करता शासन के पदाधिकारी जिला कलेक्टर जिला पुलिस अधीक्षक और जिला शिक्षा अधिकारी को गलत एवं जुठी जानकारी प्रस्तुत कर कर शासकीय कर्मचारियों को गुमराह कर रहा है। एवं स्कूल प्रबंधन पर दबाव बनाया जा रहा है। स्कूल प्रबंधन समिति मुझे समझौता करने के लिए मेरी शर्तों पर समझौता करने का दबाव डाल रहा है
शिकायत करता महेंद्र राठौर ने आरोप यह भी लगाया की चेक जो लिया गया है उसकी पत्नी रीमा राठौर से जबरन लिया गया है लेकिन हस्ताक्षर महेंद्र राठौर के है इससे यह साबित होता है की जितनी भी शिकायत कर रहा है वह सब निराधार है
उक्त एस डी एम की जांच में यह भी पाया गया शिकायत करता दस्तावेज के आधार पर महेंद्र राठौर प्रस्तुत चैक की छाया प्रति में भिन्नता होने से एवम चेक क्रमांक ना होने से महर्षि दयानंद स्कूल को दिया गया चैक की छाया प्रति वही है
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के मुखिया डॉक्टर मोहन यादव मुलताई कार्यक्रम में आए हुए थे उसी दिन शिकायतकर्ता महेंद्र राठौर के द्वारा स्कूल में अध्यनरत बच्चों के पलकों को फोन कर मुख्यमंत्री के पास शिकायत करने हेतु प्रभोलन दिया गया की आप मेरे साथ मुख्यमंत्री के पास शिकायत करने चलो आपका जो भी खर्चा होगा वहां मैं दुगा और आपका आपके बच्चों की फीस का मैं झूठा मामला पेश कर स्कूल प्रबंधन की छवि खराब कर बच्चों को स्कूल से निकालकर दूसरे स्कूल में प्रवेश देंगे और स्कूल प्रबंधन पर मनमानी फीस लेने का आरोप लगाकर स्कूल प्रबंधन की छवि खराब करेंगे। और अपनी शर्तों मानकर अपने को स्कूल की छवि खराब ना हो संचालक के सामने अपनी डिमांड रखेंगे और डिमांड पूरी करने के लिए बाधए करेगे।
एसडीएम की जांच के अनुसार ना तो संचालक महर्षि दयानंद इंग्लिश स्कूल द्वारा विगत 5वर्षो में शुल्क का ब्योरा प्रस्तुत किया गया जिसमे वर्ष 2019/20से 2021/22तक कोई परिवर्तन नहीं है वर्ष 2022/23एवम2023/24में शुल्क 2017के अध्याय तीन __5(3)(के )के अधीन पूर्व वर्ती शुल्क का 10%की दर से फीस वृद्धि के निर्देश थे । किंतु संचालक द्वारा 10%राशि से कम की वृद्धि की गई है