आजमगढ़
जिलाधिकारी श्री विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में 25 अप्रैल को कलेक्ट्रेट सभागार में बाढ़ से बचाव हेतु की जाने वाली तैयारी के सम्बंध में जिलाधिकारी आजमगढ़ की अध्यक्षता में बाढ़ स्टेयरिंग कमेटी की बैठक किया गया।
बैठक में सर्वप्रथम अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) श्री आजाद भगत सिंह द्वारा जनपद में बहने वाली मुख्य नदियों घाघरा एवं तमसा का विवरण बताया गया। बदरहुआ नाला पर स्थापित वाटर गेज पर घाघरा नदी का चेतावनी, खतरा बिंदू का विवरण के साथ साथ विगत वर्षों में कब कब बाढ़ आई विस्तृत से बताया गया। जनपद तहसील सगड़ी में बाढ़ प्रभावित ग्रामों के बारे में बताया गया जिसमें यह बताया गया कि तहसील सगड़ी के 125 गांव ऐसे हैं, जो बाढ़ से प्रभावित होते हैं। जनपद में कुल 20 स्थान पर राहत शिविर स्थापित किया जाएगा। आगे उन्होने बताया गया कि विगत वर्षों के भातिं इस वर्ष भी नाव का उपयोग किया जाएगा।
- जिलाधिकारी द्वारा सभी विभागों को बाढ़ की कार्य योजना तैयार करने हेतु निर्देश दिए गए तथा कहा कि 15 जून से मानसून आने की संभावना होती है, अभी सभी विभाग के पास पर्याप्त समय है, वे अपनी तैयारी पूर्ण कर लें। बैठक में उपस्थित अधिशासी अभियंता बाढ को निर्देश दिया कि उनके विभाग की कोई योजना का संचालन हो रहा हो तो उस कार्य को प्रत्येक दशा में 15 जून से पूर्व पूर्ण करा लें। बाढ़ में उपयोग में ली जाने वाली नावों के दर का पुनः निर्धारण कर लिया जाए, दर का निर्धारण करते समय नाव की क्षमता अवश्य देखी जाए। विभागों के पास उपलब्ध उपकरणों की जांच कर लें, यदि किसी विभाग के पास किसी उपकरण की आवश्यक हो तो तत्काल उसकी मांग कर लिया जाए। उन्होने कहा कि जनपद में स्थापित होने वाले राहत शिविरों में समस्त मूलभूत सुविधाएं अवश्य मिलें, यदि किसी चीज की आवश्यकता हो तो उसकी तैयारी अभी से कर लें तथा सभी राहत शिविर में सोलर लाइट अवश्य रूप से लगाई जाए। अर्ली वार्निंग हेतु लगने वाले पी0ए0 सिस्टम में स्थान को चिन्हित कर लिया जाए, स्थान को चिन्हित करते समय बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों एवं राहत शिविर अवश्य रूप से चिन्हित किया जाएगा। पशुओं हेतु भूसा की व्यवस्था पूर्व में ही कर ली जाए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पर्याप्त मात्रा में क्लोरीन एवं एन्टी स्नेक वैनम रखा जाएगा। बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए खाद्यान्न की व्यवस्था की जाए, बाढ़ से प्रभावित किसी भी व्यक्ति को किसी चीज की कमी न होने पाए तथा किसी भी दशा में बाढ़ से कोई जनहानि नही होनी चाहिए, यह सुनिश्चित किया जाए।
उक्त के अतिरिक्त वर्तमान में चल रही गर्मी से बचाव हेतु भी जिलाधिकारी ने समस्त विभाग को निर्देशित किया। उन्होने कहा कि पेयजल हेतु पर्याप्त मात्रा में टैंकर लगाए जाए, पशुओं हेतु भी पानी का उचित प्रबंध किया जाए, अग्निकांड की घटनाओं को कम करने हेतु अग्निशमन विभाग को तत्पर रहने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में उप जिलाधिकारी सगड़ी एवं अन्य सभी विभागों के अधिकारी गण उपस्थित रहें।