
रामायण व महाभारत कालीन समय की है मां तुलजा भवानी की मूर्ति
प्राचीन तुलजा भवानी माता मंदिर में चैत्र नवरात्रि पर भी श्रद्धालु पहुंचेंगे दर्शन करने,
नवरात्रि के शुभारंभ पर राजानी परिवार द्वारा माताजी के चरणों में चांदी का शेर भेंट किया गया,
खंडवा। गुड़ी पड़वा हिंदू नव वर्ष के साथ ही चैत्र नवरात्रि पर्व भी प्रारंभ हो चुका है इस दौरान मां की आराधना भक्तों द्वारा की जा रही है। माता के दरबार में प्रात: से देर रात तक श्रद्धालुओं का तांता लगेगा । समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि खंडवा के प्राचीन तुलजा भवानी माता मंदिर में चैत्र नवरात्रि पर्व का शुभारंभ नव वर्ष से प्रारंभ हुआ, प्रथम दिन राजानी परिवार द्वारा मंदिर में चांदी का शेर अर्पित किया गया , श्रद्धालु प्रात: 5 बजे से भक्त पहुंचकर माताजी के दर्शन व पूजा अर्चना कर रहे हैं। प्रतिदिन तुलजा भवानी माता का नवरात्रि पर्व के दौरान प्रात: अभिषेक एवं विशेष श्रृंगार किया जाता है। सुबह की आरती के पश्चात रात्रि में भी 8 बजे प्रतिदिन महाआरती हो रही है। खंडवा की धार्मिक एवं पुरातत्व धरोहर में से एक तुलजा भवानी माता मंदिर खंडवा में स्थापित है। रामायण तथा महाभारत कालीन इस मंदिर में मां भवानी की स्वयंभू मूर्ति विराजित है। सुनील जैन ने बताया कि 14 वर्ष के वनवास के दौरान प्रभु श्रीराम ने सीता माता और लक्ष्मण सहित खांडव वन तत्कालीन नाम में व्यतीत किए थे। भगवान श्रीराम ने इस मंदिर में नौ दिनों तक मां तुलजा भवानी की आराधना की थी। मां से अस्त्र-शस्त्र और वरदान लेकर दक्षिण की ओर प्रस्थान किया था। महाभारत काल में भगवान श्रीकृष्ण ने धनुधर अर्जुन के साथ यहीं पर अग्नि देव का अर्जिण रोग का उपचार तृप्त किया था और देवी की शक्ति से इंद्र को वर्षा करने से रोका था। मराठा नायक छत्रपति शिवाजी की मां भवानी आराध्य देवी रही है। किवदंती है कि शिवाजी को मां भवानी ने शमशीर प्रदान की थी। उसी शमशीर के तेज से उन्होंने मुगलों के दांत खट्टे किए थे।मां का स्वरूप
भवानी माता मंदिर में मां की सिंह पर सवार अष्टभुजी प्रतिमा है। मां भवानी साक्षात सिद्धीदात्री है। वे राक्षस का वध कर रही है, प्रतिदिन विशेष श्रृंगार किए जाने के कारण श्रद्धालुओं को मां का यह स्वरूप दिखाई नहीं देता है। लगभग डेढ़ एकड़ में विस्तारित मंदिर का वर्तमान भवन लगभग पचास वर्ष पूर्व निर्मित किया गया है। मंदिर पुजारी गौरव सिंह चौहान ने बताया कि क्षेत्र चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ नए वर्ष के साथ शुरू हो चुका है, पर्व के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां भवानी के दर्शन करने पहुंच रहे हैं, चैत्र नवरात्रि के शुभारंभ के अवसर पर संतोष राजानी परिवार द्वारा माता की सवारी चांदी का शेर माता जी को अर्पण किया गया,