विधि विद्यार्थियों को दी जा रही है प्रैक्टिकल ट्रेनिंग
📝 खरगोन से अनिल बिलवे की रिपोर्ट….
प्राचार्य डॉ. शैल जोशी के कुशल मार्गदर्शन में विधि महाविद्यालय के विद्यार्थियों के व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत विधि विद्यार्थियों को थाना भ्रमण एवं जिला एवं सत्र न्यायालय खरगोन के अंतर्गत विभिन्न सेक्शन जैसे कोर्ट रूम, कापिंग, नाजीरात, रिकार्ड रूम, मालखाना इत्यादि का भ्रमण कराया जा रहा है।
भ्रमण के दौरान चतुर्थ जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री मुकेश नाथ एवं प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री जी.सी. मिश्रा ने विद्यार्थियों का न्यायालयीन प्रक्रिया से परिचय कराया। श्री नाथ ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विधि अध्ययन का व्यावहारिक पक्ष विद्यार्थियों को जानना आवश्यक है। साथ ही उन्होंने न्यायालय भ्रमण में पूर्ण सहयोग व सहायत प्राप्त होने का आश्वासन भी विद्यार्थियों को दिया। न्यायाधीश श्री जी.सी. मिश्रा ने विद्यार्थियों को न्यायालय भ्रमण की चरणबद्ध रीति से अवगत कराते हुए कहा कि यह विद्यार्थियों का स्वर्णिम अवसर है। जब समस्त न्यायिक अधिकारियों का मार्गदर्शन उन्हें प्राप्त हो रहा है। विद्यार्थियों को इस अवसर का पूरा लाभ उठाना चाहिए।
विधि विभागाध्यक्ष श्री चंद्रभान त्रिवेदी ने बताया कि विधि के अध्ययन में सैद्धांतिक औरव्यावहारिक पक्ष दोनों ही महत्वपूर्ण है। बिना प्रेक्टिकल ट्रेनिंग के सैद्धांतिक पक्ष महत्वहीन है। भ्रमण महाविद्यालय में पदस्थ प्राध्यापक तृप्ति जायसवाल के कुशल नेतृत्व में सम्पन्न कराया जा रहा है। प्रायोगिक विषय प्रभारी प्रो निशांत दुबे ने जिला न्यायालय एवं थाना प्रशासन को आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस की कार्यप्रणाली और न्यायालयीन बारीकियां सीखने का स्वर्णिम अवसर है एवं सभी से पर्याप्त सहयोग भी प्राप्त होता रहा है। इस प्रशिक्षण के संबंध में प्राचार्य महोदया की मंशा है कि उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वारा समाज को संवेदनशील, योग्य और उत्कृष्ट विधिवेत्ता प्राप्त हो।