
बैतूल। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे राजस्व महाअभियान 3.0 के तहत बैतूल जिला कलेक्टर के निर्देश पर परंपरागत रास्तों का चिन्हांकन किया गया। इस अभियान के अंतर्गत चिचोली तहसील में तहसीलदार अतुल श्रीवास्तव ने किसानों की वर्षों पुरानी समस्याओं का समाधान किया।
ग्राम गोडूमंडई में लगभग 30 किसानों के खेतों तक जाने वाले परंपरागत रास्ते को एक अन्य किसान द्वारा अवरुद्ध कर दिया गया था। किसानों की शिकायत पर तहसीलदार अतुल श्रीवास्तव ने मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता 1959 की धारा 131 के तहत मौके पर पहुंचकर अवरुद्ध रास्ते को खुलवाया। इससे सभी प्रभावित किसानों को अपने खेतों तक पहुंचने का रास्ता मिल गया।
मोतीपुर और असाड़ी में किसानों ने दी भूमि
ग्राम मोतीपुर में किसान राजबी पति नहींर खान और ग्राम असाड़ी में किसान मुन्ना पिता प्यारसिंग, नान्हू पिता प्यारसिंग, इमरत पिता सुखलाल, सुमरत पिता सुखलाल, रमेश पिता गंभीर, चाडी पिता गंभीर, जोंगे बेवा कोल्हू, दिनेश पिता कोल्हू, रामकली पिता कोल्हू, मुन्ना पिता पंचम ने धारा 173 के तहत अपनी निजी भूमि में से रास्ता देने की स्वेच्छा दिखाई। इन रास्तों के लिए भूमि शासन के पक्ष में दी गई, जिससे संपूर्ण ग्राम के किसानों को आवागमन की सुविधा प्राप्त हुई।
किसानों ने जताया आभार
परंपरागत रास्तों के बहाल होने से ग्रामीणों और किसानों ने राहत की सांस ली। इस कार्य के लिए किसानों ने शासन के राजस्व महाअभियान 3.0 की सराहना की और सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। किसानों ने कहा कि इस अभियान ने उनकी वर्षों पुरानी समस्याओं का समाधान किया है। तहसीलदार अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि राजस्व महाअभियान का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में अवरुद्ध रास्तों और भूमि विवादों का समाधान करना है। उन्होंने कहा कि इस तरह की समस्याओं का निवारण आगे भी प्राथमिकता के साथ किया जाएगा।