इमाम के बयान उनके व्यक्तिगत विचार हैं कमेटी का उनसे कोई संबंध नहीं: वसीम कुरैशी
ईदगाह में इमाम के बयान पर मचा बवाल: अंजुमन इस्लामिया जामा मस्जिद ने कलेक्टर को सौंपा आवेदन
शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए वक्फ कमेटी ने इमाम को दी सख्त हिदायत
बैतूल। ईदगाह में पेश इमाम के विवादित बयान के बाद मुस्लिम समाज में उभरे आक्रोश के बीच अंजुमन इस्लामिया जमा मस्जिद के अध्यक्ष वसीम कुरैशी ने कलेक्टर को एक आवेदन सौंपा है। इसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि वक्फ कमेटी संविधान के नियमों का पालन करती है और इमाम को दीन और हदीस के दायरे में बयान देने के निर्देश दिए गए थे।
बैतूल में ईदगाह में इमाम के बयान के बाद मुस्लिम समाज में गहरा आक्रोश फैल गया। इसे देखते हुए अंजुमन इस्लामिया जमा मस्जिद की वक्फ कमेटी ने तुरंत एक्शन लिया। अध्यक्ष वसीम कुरैशी ने कलेक्टर को आवेदन सौंपते हुए स्थिति की गंभीरता से अवगत कराया और स्पष्ट किया कि इमाम के बयान उनके व्यक्तिगत विचार हैं और कमेटी का उनसे कोई संबंध नहीं है।
— वक्फ कमेटी की सख्त हिदायत–
वसीम कुरैशी ने बताया कि इमाम को पहले ही स्पष्ट कर दिया गया था कि वे सिर्फ धार्मिक दायरे में रहकर ही बयान दें। भविष्य में अगर उनके किसी बयान से शहर की शांति व्यवस्था प्रभावित होती है तो इसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे। आवेदन में यह भी उल्लेख किया गया कि कमेटी ने इमाम को इस तरह के विवादित बयान न देने की सख्त हिदायत दी है।
— वक्फ बोर्ड को भेजी गई प्रतिलिपि–
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, वसीम कुरैशी ने आवेदन की प्रतिलिपि मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड को भी भेजी है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि वक्फ बोर्ड इस पर उचित कार्रवाई करेगा और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।