
क्लबफुट विकृति माह के अंतर्गत जागरूकता एवं उपचार शिविर आयोजित
जिला चिकित्सालय में 18 बच्चों की स्क्रीनिंग, 12 बच्चों की सर्जरी और 13 बच्चों को शूज प्रदान किए गए
बैतूल। क्लबफुट विकृति माह के अंतर्गत गुरुवार 13 जून को डीआईसी जिला चिकित्सालय बैतूल में जागरूकता एवं उपचार शिविर आयोजित किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रविकांत उइके ने जानकारी दी कि इस शिविर में क्लबफुट से प्रभावित 18 बच्चों की स्क्रीनिंग की गई। शिविर में 9 बच्चों की कास्टिंग, 12 बच्चों की सर्जरी, 7 बच्चों की फिजियोथेरेपी की गई और 13 बच्चों को
शूज प्रदान किए गए। इस आयोजन का उद्देश्य क्लबफुट विकृति के प्रति जागरूकता फैलाना और प्रभावित बच्चों को आवश्यक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना था। यह शिविर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित किया गया था। इसमें डॉ. जगदीश घोरे (शिशु रोग विशेषज्ञ), डॉ. रूपेश पदमाकर (अस्थि रोग विशेषज्ञ), डॉ. शैलेन्द्र तावडे (फिजियोथेरेपिस्ट), श्रीमती अचल इजेकिप (पाढर
चिकित्सालय), श्रीमती कविता मालवीय (अनुष्का फाउडेशन बैतूल), श्रीमती अनिअम्मा (क्योर इंटरनेशनल डेवलपमेंट पार्टनर), आरबीएसके मेनेजर योगेन्द्र कुमार दवंडे, आरबीएसके चिकित्सक और डीआईसी स्टाफ उपस्थित रहे। इस शिविर का आयोजन बच्चों के स्वास्थ्य और उनकी भविष्य की बेहतरी के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। डॉक्टरों और विशेषज्ञों की टीम ने बच्चों को आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की, जिससे उनके जीवन में सुधार लाने में मदद मिलेगी।