
महावितरण द्वारा पुराने मीटर के बदले नया स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की तैयारी कर ली गई है। कुछ घरों मे मीटर लगने भी लगा है। इस बीच कुछ पब्लिक संगठन इन नए मीटरों को लेकर विरोध जताने लगे है। जबकि महावितरण का कहना है कि स्मार्ट मीटर से बिजली उपभोक्ताओ को कोई नुकसान नही होगा। स्मार्ट मीटर से बिजली उपयोगिता की सही जानकारी प्राप्त होगी। इससे उपभोक्ताओ का बिजली खर्च नियंत्रित होगा। मीटर लग जाने से कोई भी कर्मचारी बेरोजगार नही होगा। मीटर रीडर कनेक्शन काटने आदि काम करने वालों को आपूर्ति से जुड़े काम मे लगाया जायेगा। अतः इसका विरोध करना अनुचित है,ऐसा महावितरण का विचार है।