उत्तर प्रदेश

ब्लॉकों की संख्या पता नहीं, संभालना है ऑडिट का जिम्मा

अंबेडकरनगर *स्नातक की डिग्री हासिल करने वाले युवाओं को जिले में ब्लॉकों की संख्या ही पता नहीं है।

*ब्लॉकों की संख्या पता नहीं, संभालना है ऑडिट का जिम्मा*

 

अंबेडकरनगर

 स्नातक की डिग्री हासिल करने वाले युवाओं को जिले में ब्लॉकों की संख्या ही पता नहीं है। विकास भवन में चल रहे सोशल ऑडिट सदस्य के साक्षात्कार में शुक्रवार को युवाओं के बीच यह स्थिति हैरान करने वाली थी। अभ्यर्थी नौ ब्लॉक के स्थान पर 35 व 39 ब्लॉक होने की जानकारी देते नजर आए।विकास भवन में शुक्रवार तीसरे दिन अकबरपुर, कटेहरी व भीटी ब्लॉक के 112 सदस्यों के लिए 229 अभ्यर्थियों ने साक्षात्कार दिया। अकबरपुर में 40 सदस्यों के लिए 78, कटेहरी में 36 पदों के लिए 75 व भीटी में 36 पदों के लिए 76 युवाओं ने साक्षात्कार दिया। साक्षात्कार के दौरान अभ्यर्थियों की शिक्षा व उनकी बौद्धिक समझ की हैरान कर देने वाली तस्वीर सामने आई। जिले का निवासी होने के बावजूद उन्हें ब्लॉकों, तहसीलों की संख्या तक नहीं पता रही।डीडीओ सुनील तिवारी की अगुवाई में चल रहे साक्षात्कार में राजनीति विषय से परास्नातक करने वाले आवेदक को गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है इसकी ही जानकारी नहीं थी। बीकॉम डिग्री धारी को सांख्यिकी क्या है इसके बारे में पता नहीं था। हद तो यह थी कि करीब एक दर्जन स्नातक डिग्रीधारी आवेदकों को जिले में ब्लॉकों संख्या ही नहीं पता थी। साक्षात्कार ले रही टीम ने उनसे सवाल किया तो कोई 35 ब्लॉक तो काेई 39 बता रहा था।

जिला सोशल ऑडिट कोआर्डिनेटर सुमन तिवारी ने बताया कि सभी नौ ब्लॉकों के सदस्यों के साक्षात्कार की प्रक्रिया शुक्रवार को पूरी हो गई है। चयनित अभ्यर्थियों को जल्द ही जरूरी प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे वह ग्राम पंचायतों में पहुंचकर मनरेगा सहित अन्य विकास कार्यों की सुचारु रूप से ऑडिट कर सकें। साक्षात्कार टीम में प्रधानाचार्य सुरेशलाल श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।

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