
कलेक्टर ने ली जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक
अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा-निर्देश
📝खरगोन से ब्यूरो चीफ अनिल बिलवे की रिपोर्ट…
कलेक्टर भव्या मित्तल की अध्यक्षता में 26 जून को कलेक्ट्रेट सभाग्रह में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कार्यक्रमों की समीक्षा विकासखण्डवार की गई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर सुश्री मित्तल ने प्रत्येक ब्लॉक के बीएमओ, बीपीएम से चर्चा कर एक्सरे, स्क्रीनिंग, पोर्टल पर रिपोर्ट आदि कार्यों की गहन समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बीपीएम को जिम्मेदारी दी गई कि रिपोर्ट एवं मशीन आने पर शत प्रतिशत समुदाय को स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल सके।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोहन सिंह सिसोदिया द्वारा जिले में चल रहे सिकलसेल कार्यक्रम अंतर्गत सिकलसेल एनीमिया से पेंशन प्राप्त, जेनेटिक कार्ड, दिव्यांगता प्रमाण पत्र वितरण एवं काउंसिलिंग की जानकारी दी गई। बैठक में जिला क्षय अधिकारी डॉ हर्ष महाजन द्वारा ’टीबी मुक्त भारत अभियान’ अंतर्गत संचालित हो रहे 100 दिवसीय निश्चय शिविर एवं उसमें की जाने वाली गतिविधियां बताई गई। साथ ही वलनेरेबल पापुलेशन के 10 बिन्दुओं के आधार पर स्क्रीनिंग एवं लगभग 450000 एक्सरे किये जाने हैं।
महिला रोग विशेषज्ञ डॉ इंदिरा गुप्ता द्वारा यह सुझाव दिया गया कि प्रत्येक गर्भवती महिला की सिकलसेल जांच कर उनके एम.सी.पी. कार्ड पर स्टैम्प लगाई जाएं ताकि उनकी जांच की पुष्टि हो सके। वर्ष 2025-26 में सिकलसेल स्क्रिनिंग का लक्ष्य 983752 से 880472 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग 89.5 प्रतिशत की गई, केरियर 10050 एवं डिसीज 2032 है।
जिला मलेरिया अधिकारी मनोज पाटीदार द्वारा बताया गया कि वर्तमान एन्टी लार्वा गतिविधि, स्क्रीनिंग निरंतर संचालित है। कलेक्टर सुश्री मित्तल ने निर्देश दिए वर्षा ऋतु में एपेडेमिक न होने पाए ऐसी व्यवस्था करते हुए निरंतर निरीक्षण कार्य किया जावें। जिला नोडल अधिकारी डॉ चौहान द्वारा बताया गया कि जुलाई माह में कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों के विजन जांच के लिए शिक्षकों का प्रशिक्षण दिया जाना है। जिससे कि वे विद्यार्थियों के विजन की जांच कर सके। पश्चात चश्मा निशुल्क वितरण किया जावेगा। मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए लक्ष्य अनुरूप उपलब्धि के निर्देश देते हुए बीएमओ महेश्वर को 27 जून को आयोजित हो रहे कैम्प की सफलता के लिए अनुविभाग अधिकारी से समन्वय करने के निर्देश दिए गए।
जिले में गर्भवती महिलाओं का 64771 के विरुद्ध 6420 पंजीयन हुए 49.58 कार्य हुआ हैं तथा प्रथम ट्राइमिस्टर में 5670 महिलाओं का पंजीकरण कर 88.32 प्रतिशत कार्य हुआ है। भीकनगांव ब्लॉक को एनबीएसयू क्रियाशील करने के निर्देश दिये गए। विकासखण्ड महेश्वर के बीएमओ द्वारा अवगत कराया गया कि एनबीएसयू स्टॉफ का अन्यत्र स्थानांतर होने से वहां कार्य में कठिनाई हो रही हैं। कलेक्टर सुश्री मित्तल ने सीएमएचओ को उक्त संस्था में अन्य स्टॉफ की व्यवस्था की जाकर 10 दिनों में उनका प्रशिक्षण उसी ब्लॉक में जाकर दिया जाने के आदेश दिए। साथ ही बीसीएम की ट्रेनिंग की जावें ताकि आशा कार्यकर्ता समयावधि में सही रूप से हाई रिस्क गर्भवती महिला को चिन्हित कर लें। सनावद ब्लड स्टोरेज यूनिट क्रियाशील किये जाने के लिए कहा गया
जिले में 122 गर्भवती महिला सिकलसेल एनीमिया से ग्रसित हैं उनका प्रसव संस्था पर ही हो। इसके लिए संकल्प टीम संस्था पर समन्वय कर प्रशिक्षण कार्य को करें। संस्थागत प्रसव की समीक्षा विगत वर्ष से तुलनात्मक की गई। आगामी बैठक में प्रसव केंद्र अनुसार रिपोर्ट के आधार पर समीक्षा की जावेगी।
डिलीवरी पॉइंट संबंधित संस्था पर कार्यरत चिकित्सक के बैठक में नही होने से बैठक निरंतर न करते हुए निरस्त की गई। आगामी 5 जुलाई 2025 को प्रातः 11 बजे आयोजित किए जाने के निर्देश दिये गए। समस्त संस्थाओं के प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि स्थानांतरित कर्मचारियों को तत्काल कार्यमुक्त करें। यदि किसी भी कर्मचारी के द्वारा नवीन पदस्थापना स्थान पर अपनी उपस्थिति नहीं देते है तो उनके विरुद्ध उचित शासकीय कार्यवाही प्रस्तावित की जावें।